कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को हर माह मिलेंगे चार हजार रुपये, जानिए 23 साल के पूरा होने पर कितने लाख देगी मोदी सरकार

माता-पिता की कमी के कारण होने वाले मानसिक तनाव व अन्य परेशानियों को देखते हुए सरकार ने संवाद नाम से एक हेल्पलाइन भी शुरू की है। इस पर बच्चे मनोवैज्ञानिक समस्याओं के साथ-साथ अन्य विषयों पर चर्चा कर सकते हैं।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Mon, 30 May 2022 08:46 PM (IST) Updated:Mon, 30 May 2022 11:14 PM (IST)
कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को हर माह मिलेंगे चार हजार रुपये, जानिए 23 साल के पूरा होने पर कितने लाख देगी मोदी सरकार
दैनिक जरूरतें पूरी करने के लिए पीएम केयर फंड से पैसे देगी सरकार

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के लिए पीएम केयर्स फंड के तहत मिलने वाले लाभों को जारी किया। इसके तहत बच्चों को रोजमर्रा के खर्च के लिए चार हजार रुपये प्रति महीना दिया जाएगा। 23 साल का होने पर उन्हें 10 लाख रुपये की एकमुश्त सहायता भी मिलेगी। पीएम केयर्स के लाभ जारी करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भले ही कोरोना की आपदा ने उनके माता-पिता को छीन लिया है, लेकिन मां भारती हमेशा उनके साथ है। पूरे देश में 4,700 से अधिक ऐसे बच्चे हैं, जिन्होंने महामारी के दौरान अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है। मोदी ने कहा कि कोई भी इन बच्चों के माता-पिता की कमी तो दूर नहीं कर सकता, लेकिन जीवन के संघर्ष में देश की संवेदना आपके साथ है। साथ ही आपके सपनों को पूरा करने के लिए पूरा देश आपके साथ है।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने बच्चों को पीएम केयर्स के पासबुक दिए, जिसमें हर महीने चार हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। इन बच्चों को आयुष्मान भारत का हेल्थ कार्ड भी दिया गया, जिससे वे हर साल पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त और कैशलेस करा सकेंगे। यह सहायता बच्चों को पहले से मिल रही स्कूल फीस, स्कूल ड्रेस और किताबों के अलावा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो बच्चे प्रोफेशनल या उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहेंगे, उन्हें पीएम केयर्स फंड से लोन भी दिया जाएगा।

सरकार ने 'संवाद' नाम से एक हेल्पलाइन भी की शुरू

माता-पिता की कमी के कारण होने वाले मानसिक तनाव व अन्य परेशानियों को देखते हुए सरकार ने 'संवाद' नाम से एक हेल्पलाइन भी शुरू की है। इस पर बच्चे मनोवैज्ञानिक समस्याओं के साथ-साथ अन्य विषयों पर चर्चा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने माता-पिता दोनों को खोने के बावजूद खुद को संभालने के लिए इन बच्चों के हौसले की तारीफ की। कहा कि दुनिया के तमाम बड़े लोगों को जीवन में किसी-न-किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा है। लेकिन, इन परेशानियों की वजह से वे हताश नहीं हुए और जीत का यही मंत्र बच्चों को भी अपनाना होगा। उन्होंने बच्चों को हौसला बनाए रखने के साथ-साथ खुद को फिट रखने के लिए योग और खेलो इंडिया से भी जुड़ने की सलाह दी।

भारत ने 200 करोड़ डोज लगाने के अलावा दुनिया के कई देशों की मदद की

मोदी ने कहा कि कोरोना काल में भारत समस्या बनने के बजाय उसका समाधान बनकर सामने आया। अपनी वैक्सीन बनाकर लोगों को लगभग 200 करोड़ डोज लगाने के अलावा दुनिया के कई देशों की मदद भी की। यही नहीं, कोरोना काल में भारत दुनिया की सबसे तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में भी उभरा है। पीएम केयर्स फंड कोरोना महामारी से लड़ने के लिए बनाया गया कोष है। इसमें आम लोगों ने सहायता दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आम लोगों की सहायता से बने इसी फंड से कोरोना के दौरान आक्सीजन प्लांट, कोरोना अस्पताल, वेंटीलेटर जैसी सुविधाएं खड़ी करने में मदद मिली।

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