डॉक्टर से IAS बने अफसर ने मरीजों से ऐसे की बात, विवाद के बाद मांगी माफी

डॉक्टर से आएएएस बने एक अफसर ने कुपोषण के मरीजों को देखने के दौरान ऐसी हरकत की, जिसके बाद उन्हें सीएम तक को सफाई देनी पड़ी। फोटो वायरल होने के बाद उन्हेे सोशल मीडिया पर भी माफी मांगनी पड़ी।

By anand rajEdited By: Publish:Mon, 09 May 2016 08:20 AM (IST) Updated:Mon, 09 May 2016 02:20 PM (IST)
डॉक्टर से IAS बने अफसर ने मरीजों से ऐसे की बात, विवाद के बाद मांगी माफी

रायपुर। बलरामपुर जिला अस्पताल के कुपोषण वार्ड में मरीजों से मिलने के दौरान एक आइएएस अफसर विवादों में आ गए। अस्पताल की उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। तस्वीर में डॉ सोनकर जिला अस्पताल में बच्चे के साथ बैठी महिला मरीज के बेड पर पैर रखेे नजर आ रहे हैं। तस्वीर वायरल होने के बाद विवाद बढ़ता देख सोनकर ने सोशल मीडिया पर माफी मांगी है। सोनकर अाइएएस ऑफिसर बनने से पहले एक डॉक्टर थे।

अपनेे फेसबुक वॉल पर उन्होंने सभी से बिना शर्त माफी मांगी है। उन्होंने लिखा है ऐसा मैंने जानबूझ कर नहीं किया और उनका इरादा किसी का भी अपमान या दुखी करने का नहीं था।

सोनकर से देश के आइएएस भी नाराज

विवादों में आए आईएएस डॉ जगदीश सोनकर से देशभर के आईएएस अफसर नाराज हैं। डॉ सोनकर की तस्वीर सोशल मीडिया में आने के बाद आइएएस एसोसिएशन (सेंट्रल) ने सख्त रुख दिखाया है। एसोसिएशन ने अपने आधिकारिक टि्वटर अकांउट पर ट्वीट किया है कि सोनकर का व्यवहार चौंकाने वाला और स्वीकार योग्य नहीं है। वहीं, छत्तीसगढ़ आइएएस एसोसिएशन ने चुप्पी साध ली है।

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सीएम ने लगाई थी फटकार

मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने तत्काल मुख्य सचिव को निर्देश दिया था कि सोनकर को समझा दें और उन्हें मर्यादित व्यवहार सिखाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा था कि अफसरों के लिए प्रोटोकाल होता है, उसका पालन करें।

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सोशल मीडिया पर हुई थी खिंचाई

केंद्रीय आईएएस एसोसिएशन ने टि्वटर पर नाराजगी जताई। इसके बाद कई लोगों ने इसे रिटि्वट किया और सोनकर के अंदाज पर सवाल खड़े किए। केंद्रीय आईएएस एसोसिएशन की ट्वीवीट पर जय सोनी ने सवाल किया है कि क्या अब एसोसिएशन सोनकर को सार्वजनिक माफी मांगने का निर्देश देंगे। इस पर एसोसिएशन की तरफ से क्या कार्रवाई होगी। एक अन्य पोस्ट में पवन कुमार ने कहा कि आईएएस अफसरों को तनख्वाह और अन्य सुविधाएं जनता के टैक्स से मिलती है, इसलिए उनको आम आदमी का सम्मान करना चाहिए।

वहीं, छत्तीसगढ़ आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष एन बैजेंद्र कुमार का कहना है कि जब मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव निर्देश जारी कर चुके हैं, ऐसे में एसोसिएशन का कोई रोल नहीं बचता है। वहीं, छत्तीसगढ़ के एक आईएएस एलेक्स पाल मेनन ने जगदीश सोनकर का खुलकर समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि सोनकर अच्छे अफसर हैं। वह अस्पताल में डेढ़ से दो घंटे मरीजों की जांच करते हैं। एलेक्स ने सोनकर की कुछ तस्वीरें भी अपने टि्वटर हैंडल पर पोस्ट की है, जिसमें उनको अस्पताल में इलाज करते और बच्चों के बीच दिखाया गया है।

सीएस को सोनकर ने दी सफाई, जानबूझकर नहीं किया

मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद आईएएस डॉ जगदीश सोनकर ने मुख्य सचिव विवेक ढांड से चर्चा की। सोनकर ने सीएस को पूरे मामले की जानकारी दी। बताया जा रहा है कि डॉ सोनकर ने मुख्य सचिव से कहा कि सोशल मीडिया में जिस तरह उनकी तस्वीर पेश की जा रही है, वैसा उनका कोई उद्देश्य नहीं था। उन्होंने किसी महिला का अपमान करने के लिए ऐसा जानबूझकर नहीं किया है।

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