26/11 के दस साल बाद भी रोंगटे खड़ी कर देती है चाबड़ हाउस की गोलियों के निशान

चाबड़ हाउस के सामने स्थित रेक्स बेकरी ने नए सिरे से रंग-रोगन करा लिया है लेकिन दीवार पर गोलियों के निशान अब भी कायम हैं।

By TaniskEdited By: Publish:Sat, 24 Nov 2018 08:30 PM (IST) Updated:Sun, 25 Nov 2018 07:46 AM (IST)
26/11 के दस साल बाद भी रोंगटे खड़ी कर देती है चाबड़ हाउस की गोलियों के निशान
26/11 के दस साल बाद भी रोंगटे खड़ी कर देती है चाबड़ हाउस की गोलियों के निशान

मुंबई, प्रेट्र।चाबड़ हाउस के सामने स्थित रेक्स बेकरी ने नए सिरे से रंग-रोगन करा लिया है लेकिन दीवार पर गोलियों के निशान अब भी कायम हैं। इन निशानों पर लाल रंग से घेरा बना हुआ है। मुंबई पर हुए आतंकी हमले की दसवीं बरसी है। ऐसे में गोलियों के इन निशानों को शहर की सुरक्षा की भावना के प्रतीक के रूप में बचा कर रखा गया है।

बेकरी संचालित करने वाले कुरेश जोराबी ने कहा, 'हम मुंबई पर हुए 26/11 आतंकी हमले की निंदा करते हैं।' दक्षिणी मुंबई के कोलाबा में पांच मंजिला भवनचाबड़ हाउस आज भी सिर उठाए खड़ा है। 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तानी आतंकियों ने इस भवन को भी निशाना बनाया था।

मुंबई में इजरायल के वाणिज्य दूत याअकोव फिनकेल्सटेइन ने कहा कि आतंकी हमला भारत के साथ इजरायल के रिश्ते को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सका। उसका असर यह है कि आज इजरायल के लोग यहां खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं।

वाणिज्य दूत ने कहा, 'आतंकी हमले ने भारत और इजरायल को और करीब ला दिया। आतंकियों ने सोचा था कि वे हमारे उत्साह को तोड़ सकते हैं या हमारे बीच मतभेद पैदा कर सकते हैं। हम अपने स्थानीय समुदाय से यही पाते हैं कि वे खुद को मुंबई में सुरक्षित महसूस कर रहे हैं और उनका स्वागत किया जाता है। प्रभाव यही है कि इजरायल के लोग मुंबई या भारत की यात्रा करने में कठिनाई महसूस नहीं करते हैं।' वाणिज्य दूत के मुताबिक, मुंबई में करीब 4000 भारतीय यहूदी हैं।

chat bot
आपका साथी