सीबीआइ ने शक्तिभोग फूड्स के खिलाफ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का दर्ज किया मामला

एसबीआइ की शिकायत में कहा गया है कि सरकारी फंड की निकासी के लिए कंपनी के निदेशकों ने कथित तौर पर खातों में हेरफेर किया और फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए। 24 साल पुरानी कंपनी आटा मैदा चावल आदि का कारोबार करती है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Fri, 01 Jan 2021 10:53 PM (IST) Updated:Fri, 01 Jan 2021 10:53 PM (IST)
सीबीआइ ने शक्तिभोग फूड्स के खिलाफ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का दर्ज किया मामला
केंद्रीय जांच ब्यूरो के लोगो की फाइल फोटो

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली की कंपनी शक्तिभोग फूड्स लिमिटेड के खिलाफ 3,269 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि कंपनी पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) के नेतृत्व में 10 बैंकों के कंसोर्टियम के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है। अधिकारियों ने कहा कि एसबीआइ की शिकायत के आधार पर कंपनी के प्रबंध निदेशक केवल कृष्ण कुमार और अन्य निदेशकों सिद्धार्थ कुमार व सुनंद कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

24 साल पुरानी कंपनी आटा, मैदा, चावल आदि का करती है कारोबार

कथित तौर पर खातों में हेरफेर किया और फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए। 24 साल पुरानी कंपनी आटा, मैदा, चावल आदि का कारोबार करती है। एसबीआइ ने कहा है कि 2008 में इसका टर्नओवर 1,411 करोड़ रुपये का था, जो 2014 में बढ़कर 6,000 करोड़ रुपये का हो गया।

2017 में दर्ज की गई थी कर्मचारी जवाबदेही

चावल की कीमतों में बड़ी गिरावट, चावल और धान के क्षेत्र में पूंजीगत व्यय का औचित्य और नुकसान की भरपाई के लिए टाई-अप फंड में देरी के कारण खाते में एनपीए हो गया है। 2017 में कर्मचारी जवाबदेही दर्ज की गई थी।

बैंकरों द्वारा एक फोरेंसिक ऑडिट में पता चला कि वित्तीय वर्ष 2011-16-1-16 के लिए कंपनी की लिखित पुस्तक ने दिखाया कि कीटों के कारण इसकी 1,000,000 करोड़ रुपये की सूची क्षतिग्रस्त हो गई और इसे कम कीमत पर बेचा गया।

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