Udaipur Killing: यूएपीए में दर्ज हो सकता केस, NIA को आतंकी गुटों के शामिल होने का शक, जांच अपने हाथ में ले सकती है एजेंसी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) उदयपुर में मंगलवार को टेलर कन्हैयालाल की जघन्य हत्या के मामले की जांच अपने हाथ में ले सकती है। एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पहली निगाह में यह एक आतंकी घटना लग रही है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। उदयपुर में मंगलवार को टेलर कन्हैयालाल की जघन्य हत्या के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) अपने हाथ में ले सकती है। एक अधिकारी ने बताया कि पहली निगाह में यह एक आतंकी घटना लग रही है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक रकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून (यूएपीए) के सख्त प्रविधानों के अंतर्गत केस दर्ज करने के बाद मामले की जांच एनआइए को सौंपे जाने की संभावना है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआइए की एक टीम उदयपुर के लिए रवाना कर दी। एएनआइ की रिपोर्ट के अनुसार एनआइए की टीम में एक उपमहानिरीक्षक रैंक का अधिकारी भी शामिल है। सूत्रों के अनुसार एनआइए टीम घटनास्थल पर जांच के बाद अगले कदम पर निर्णय लेगी। सूत्र ने कहा कि एनआइए को संदेह है कि इस घटना में कुछ आतंकी गुट शामिल हो सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि हत्या करने वालों का आतंकी समूहों से संपर्क हो सकता है। इन्हीं बातों की जांच के लिए एनआइए की टीम उदयपुर भेजी गई है। वहीं समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक एनआईए टीम में एक उप महानिरीक्षक (डीआईजी) रैंक अधिकारी भी शामिल है। सूत्र ने एएनआई को नाम न छापने पर बताया कि यह कदम गृह मंत्रालय (एमएचए) से जारी एक आदेश के बाद आया है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को इस्लाम के नाम पर बर्बर कृत्य किया गया है। करीब 10 दिन पहले भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन में इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डालने वाले कन्हैयालाल की मंगलवार दोपहर को उनकी दुकान में घुसकर मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने हत्या कर दी। दोनों ने धारदार हथियार से पहले उनके शरीर पर कई वार किए और फिर गर्दन काटकर मार डाला।
इसके बाद हत्यारों ने हंसते हुए एक वीडियो बनाकर जारी किया, जिसमें प्रधानमंत्री को भी धमकी दी। इसमें रक्त से सने हथियार भी दिखाए। वीडियो में अपरोक्ष रूप से नुपुर शर्मा को भी हत्यारों ने धमकी दी है। पुलिस ने दोनों को देर शाम राजसमंद से गिरफ्तार कर लिया। इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है। जिले में तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं। राज्य में धारा-144 लगा दी गई है जबकि इंटरनेट बंद कर दिया गया है।