बीएसएफ ने 31 रोहिंग्या को त्रिपुरा पुलिस के हवाले किया, बांग्लादेश ने वापस लेने से किया इन्कार

ये रोहिंग्या मुस्लिम 18 जनवरी से ही कंटीले तार के पार सीमा पर जीरो लाइन पर फंसे थे। बांग्लादेश से इन्हें वापस लेने को कहा जा रहा था, लेकिन वो इन्हें लेने को तैयार नहीं थे।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 05:46 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 05:46 PM (IST)
बीएसएफ ने 31 रोहिंग्या को त्रिपुरा पुलिस के हवाले किया, बांग्लादेश ने वापस लेने से किया इन्कार
बीएसएफ ने 31 रोहिंग्या को त्रिपुरा पुलिस के हवाले किया, बांग्लादेश ने वापस लेने से किया इन्कार

नई दिल्ली, प्रेट्र। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने 31 रोहिंग्या मुस्लिमों को त्रिपुरा पुलिस के हवाले कर दिया। बॉर्डर गा‌र्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के जवानों ने इन्हें बांग्लादेश में घुसने से रोक दिया था, जिसके चलते पिछले तीन दिनों से ये सभी बांग्लादेश की सीमा पर नो मैंस लैंड में फंसे हुए थे। इनको लेकर बीएसएफ और बीजीबी के बीच गतिरोध भी बना हुआ था।

बीएसएफ के डीआइजी ब्रिजेश कुमार ने बताया कि ये रोहिंग्या मुस्लिम 18 जनवरी से ही कंटीले तार के पार सीमा पर जीरो लाइन पर फंसे थे। बांग्लादेश से इन्हें वापस लेने को कहा जा रहा था, लेकिन वो इन्हें लेने को तैयार नहीं थे। बटालियन कमांडर स्तर कई दौर की बातचीत में भी जब मसला नहीं सुलझा तो बीएसएफ ने गृह मंत्रालय को इसकी सूचना दी। मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद बीएसएफ ने इन्हें त्रिपुरा पुलिस के हवाले कर दिया।

त्रिपुरा पुलिस ने बताया कि इन्हें विदेशी कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ बिना वैध दस्तावेज के देश में घुसने का आरोप है। इन रोहिंग्या मुस्लिमों में छह पुरुष, नौ महिला और 16 बच्चे शामिल हैं।

आपको बता दें कि म्यांमार के बौद्ध बहुल राखीन प्रांत से बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुस्लिम भागकर दूसरे देशों में पहुंचे हैं। भारत के में भी ये पश्चिम बंगाल से लेकर जम्मू-कश्मीर तक फैले हुए हैं। भारत सरकार ने सभी राज्यों से इनकी पहचान करने को कहा है। सरकार इन्हें सुरक्षा के लिए खतरा बताती है और उन्हें वापस उनके देश भेजना चाहती है।

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