'वनाक्राइ रैनसमवेयर' का तोड़ निकाला

रैनसमवेयर से 150 देशों में विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करने वाले प्रभावित हुए थे। आम लोगों के अलावा सरकारी प्रतिष्ठान और कंपनियां भी इसकी चपेट में आई थीं।

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Fri, 19 May 2017 08:09 PM (IST) Updated:Fri, 19 May 2017 08:09 PM (IST)
'वनाक्राइ रैनसमवेयर' का तोड़ निकाला
'वनाक्राइ रैनसमवेयर' का तोड़ निकाला

नई दिल्ली, आइएएनएस : 'वनाक्राइ रैनसमवेयर' साइबर हमले से प्रभावित लोगों के लिए अच्छी खबर है। भारतीय आइटी सुरक्षा प्रदाता कंपनी स्टेलर डाटा रिकवरी ने इस वायरस का तोड़ निकालने का दावा किया है। कंपनी का कहना है वैश्विक साइबर हमले के शिकार इसकी मदद से अपना डाटा हासिल कर सकते हैं।

रैनसमवेयर से 150 देशों में विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करने वाले प्रभावित हुए थे। आम लोगों के अलावा सरकारी प्रतिष्ठान और कंपनियां भी इसकी चपेट में आई थीं। स्टेलर डाटा रिकवरी के मुताबिक कंपनी को भारत से पांच मामले मिले हैं, जिसमें रैनसमवेयर की चपेट में आए कंप्यूटर सिस्टम से डाटा रिकवर करने को कहा गया है।

कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील चांदना ने बताया कि स्टेलर डाटा रिकवरी टीम वनाक्राइ रैनसेमवेयर से जुड़े पांच मामलों में दिल्ली-एनसीआर, चंडीगढ़, कोलकाता और कोच्चि केंद्रों पर काम कर रही है। डाटा रिकवरी टीम ने प्रभावित कंप्यूटर के ड्राइव का विश्लेषण कर वायरस के सुरक्षा चक्र को तोड़ने में सफलता पाई है। कंपनी का कहना है कि 'स्टेलर फिनिक्स विंडोज डाटा रिकवरी' सॉफ्टवेयर से रैनसमवेयर को निष्कि्रय किया जा सकता है।

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