कालेधन के इंजीनियर यादव सिंह की 'हरी कोठी' सील

सीबीआइ ने कोठी के बाहर नोटिस चस्पा कर ताला लगाकर उसे सील कर दिया।

By Gunateet OjhaEdited By: Publish:Thu, 16 Feb 2017 12:18 AM (IST) Updated:Thu, 16 Feb 2017 03:38 AM (IST)
कालेधन के इंजीनियर यादव सिंह की 'हरी कोठी' सील
कालेधन के इंजीनियर यादव सिंह की 'हरी कोठी' सील

जागरण संवाददाता, आगरा। कालेधन के इंजीनियर यादव सिंह की आगरा स्थित सदर के नंदपुरा कोठी को बुधवार को सीबीआइ ने नोटिस चस्पा कर सील कर दिया। सीबीआइ उनकी पत्नी कुसुमलता की तलाश में फीरोजाबाद भी जांच के लिए गई। नोएडा विकास प्राधिकरण के चीफ इंजीनियर रहे यादव सिंह सदर के नंदपुरा के मूल निवासी हैं। यहां उनके भाई और परिवार के अन्य लोग रहते हैं।

खंडहर पड़े पैतृक मकान को छोड़कर सभी भाइयों ने अपने अलग मकान बना लिए हैं। यादव सिंह ने भी देवरी रोड के पास नंदपुरा में अपनी कोठी बनवाई। यह आलीशान 'हरी कोठी' के नाम से मशहूर है। सूत्रों के मुताबिक, बुधवार दोपहर सीबीआइ की स्पेशल टास्क फोर्स की तीन सदस्यीय टीम थाना सदर पहुंची। यहां से पुलिस को साथ लेकर शाम को यादव सिंह की हरी कोठी पर कार्रवाई को गई। कुछ देर जांच के बाद सीबीआइ ने कोठी के बाहर नोटिस चस्पा कर ताला लगाकर उसे सील कर दिया। यादव सिंह की गिरफ्तारी के बाद संपत्ति और अन्य कागजातों की तलाश में सीबीआइ पूर्व में भी इस कोठी में कई बार छापे मार चुकी है।

इसमें रहने वाले किराएदार और यादव सिंह के भाइयों से भी पूछताछ की थी। कोठी में लगे कई ताले खुलवाने को सीबीआइ ने ताला खोलने वाले भी बुलाए थे। कोठी पर कुर्की से पूर्व का नोटिस पहले ही चस्पा है। अब सीबीआइ ने कोठी और उसमें रखे सामान की कुर्की की। बताया जाता है कि कोठी यादव सिंह की पत्‌नी कुसुम लता के नाम है और वो अभी फरार हैं। कुसुम का मायका फीरोजाबाद में है। कुसुम की गिरफ्तारी को लेकर सीबीआइ बुधवार को फीरोजाबाद भी गई थी।

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