भारत बायोटेक की बड़ी उपलब्धि, भारत में वयस्कों पर TB वैक्सीन MTBVAC का क्लिनिकल ट्रायल शुरू

भारत में वयस्कों पर तपेदिक वैक्सीन एमटीबीवैक (Tuberculosis vaccine) का क्लिनिकल ट्रायल शुरू हो गया है। भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने रविवार को इसकी जानकारी दी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि माउंटबवैक को दो उद्देश्यों के लिए विकसित किया जा रहा है। सबसे पहले नवजात शिशुओं के लिए बीसीजी (बैसिलस कैलमेट गुएरिन) की तुलना में अधिक प्रभावी और संभावित रूप से लंबे समय तक चलने वाला टीका होगा।

By AgencyEdited By: Nidhi Avinash Publish:Sun, 24 Mar 2024 02:23 PM (IST) Updated:Sun, 24 Mar 2024 02:23 PM (IST)
भारत बायोटेक की बड़ी उपलब्धि, भारत में वयस्कों पर TB वैक्सीन MTBVAC का क्लिनिकल ट्रायल शुरू
भारत में वयस्कों पर TB वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल शुरू (Image: Representative)

पीटीआई, हैदराबाद। भारत में वयस्कों पर तपेदिक वैक्सीन एमटीबीवैक (Tuberculosis vaccine Mtbvac) का क्लिनिकल ट्रायल शुरू हो गया है। स्पैनिश बायोफार्मास्युटिकल कंपनी, बायोफैब्री द्वारा मानव स्रोत से प्राप्त तपेदिक के खिलाफ यह पहला टीका होगा। भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने रविवार को इसकी जानकारी दी है।

वयस्कों और किशोरों में टीबी की रोकथाम

विज्ञप्ति में कहा गया है कि माउंटबवैक को दो उद्देश्यों के लिए विकसित किया जा रहा है। सबसे पहले नवजात शिशुओं के लिए बीसीजी (बैसिलस कैलमेट गुएरिन) की तुलना में अधिक प्रभावी और संभावित रूप से लंबे समय तक चलने वाला टीका होगा। वहीं, दूसरा यह वयस्कों और किशोरों में टीबी की रोकथाम के लिए होगा, जिनके लिए वर्तमान में कोई प्रभावी टीका नहीं बना है।

बायोफैब्री के सहयोग से शुरू हुआ ट्रायल

यह ट्रायल भारत बायोटेक द्वारा बायोफैब्री के सहयोग से किए गए हैं। एमटीबीवैक की सुरक्षा और इम्युनोजेनेसिटी का मूल्यांकन करने के लिए परीक्षण एक महत्वपूर्ण सुरक्षा, इम्युनोजेनेसिटी और प्रभावकारिता परीक्षण के साथ शुरू हो गए हैं। इसे 2025 तक शुरू करने की योजना है।

दुनिया के 28 प्रतिशत टीबी के मामले

यह देश में वयस्कों और किशोरों में परीक्षण के लिए एक बड़ा कदम है जहां दुनिया के 28 प्रतिशत टीबी के मामले सामने आते हैं। बायोफैब्री के सीईओ एस्टेबन रोड्रिग्ज ने कहा, टीबी दुनिया में मौत के प्रमुख संक्रामक कारणों में से एक है, खासकर भारत में।

भारत बायोटेक के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा एला ने कहा, 'भारत में क्लिनिकल परीक्षणों के साथ तपेदिक के खिलाफ अधिक प्रभावी टीके की हमारी खोज को आज बड़ा बढ़ावा मिला है। वयस्कों और किशोरों में बीमारी की रोकथाम के लिए टीबी के टीके विकसित करने के हमारे लक्ष्य ने आज एक बड़ा कदम उठाया है।'

यह भी पढ़ें: 'कर्नाटक को समय पर मिला हर एक बकाया', सिद्धारमैया सरकार के दावे पर भड़कीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

यह भी पढ़ें: Video: नहीं देखी होगी दो हाथियों की ऐसी भिड़ंत, जुलूस के दौरान मचा कोहराम; श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी का माहौल

chat bot
आपका साथी