आज से दूरसंचार विभाग करेगा 2जी, 3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी

दूरसंचार विभाग(डॉट) 2जी और 3जी स्‍पेक्‍ट्रम की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी आज से शुरू करेगा। इसमें आठ कंपनियां चार बैंडों में स्‍पेक्‍ट्रम खरीदने के लिए बोलियां लगाएंगी। सरकार को इस नीलामी से 82 हजार करोड़ रुपये से ज्‍यादा मिलने की उम्‍मीद है। पिछले साल फरवरी में हुई स्पेक्ट्रम

By Tilak RajEdited By: Publish:Wed, 04 Mar 2015 08:06 AM (IST) Updated:Wed, 04 Mar 2015 08:15 AM (IST)
आज से दूरसंचार विभाग करेगा 2जी, 3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी

नई दिल्ली। दूरसंचार विभाग(डॉट) 2जी और 3जी स्पेक्ट्रम की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी आज से शुरू करेगा। इसमें आठ कंपनियां चार बैंडों में स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए बोलियां लगाएंगी। सरकार को इस नीलामी से 82 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा मिलने की उम्मीद है। पिछले साल फरवरी में हुई स्पेक्ट्रम की नीलामी से सरकार को 62 हजार 162 करोड़ रुपये की आमदनी हुई थी।

सरकार ने तीन बैंडों में 380.75 मेगाहार्ट्ज स्पेक्ट्रम बेचने की योजना बनाई है। इसमें प्रीमियम 900 मेगाहर्ट्ज बैंड, 1800 मेगाहर्ट्ज और 800 मेगाहर्ट्ज शामिल हैं। इसके अतिरिक्त् 2100 मेगाहर्ट्ज बैंड में 5 मगगाहर्ट्ज बेचने की भी योजना है। यह स्पेक्ट्रम देश के 22 में से 17 टेलीकॉम क्षेत्रों के लिए बेचा जाएगा। आरक्षित मूल्य के आधार पर सरकार को अनुमानित 82 हजार करोड़ रुपये मिलेंगे। वैसे सरकार मोबाइल फोनों में इस्तेमाल होने वाले स्पेक्ट्रम की नीलामी से करीब एक लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त करने की उम्मीद कर रही है।

3जी स्पेक्ट्रम या 2,100 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए न्यूनतम या नीलामी के शुरुआती मूल्य पर सरकार की कम से कम 17,555 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। वहीं 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज की नीलामी के लिए आरक्षित मूल्य से सरकार को 64,840 करोड़ रुपये मिलेंगे।

जिस स्पेक्ट्रम की नीलामी होगी, उसमें से ज्यादातर अभी एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया सेलुलर और रिलायंस टेलीकॉम के पास है। उनके लाइसेंस 2015-16 में समाप्त हो रहे हैं। यदि सेवाएं जारी रखनी हैं, तो इन्हें अनिवार्य रूप से बोली लगानी होगी।

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