देश का पहला एयरपोर्ट इंदौर जहां बच्‍चों के लिए बनेगी 'मस्‍ती की पाठशाला'

इंदौर एयरपोर्ट पर बच्‍चों के लिए ऐसी दीवारें बनवाई जा रही हैं जिस पर जिस पर वे मनपसंद डिजाइन चित्र लिखावट उकेर पाएंगे।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Sat, 11 May 2019 04:14 PM (IST) Updated:Sat, 11 May 2019 04:14 PM (IST)
देश का पहला एयरपोर्ट इंदौर जहां बच्‍चों के लिए बनेगी 'मस्‍ती की पाठशाला'
देश का पहला एयरपोर्ट इंदौर जहां बच्‍चों के लिए बनेगी 'मस्‍ती की पाठशाला'

नवीन यादव, इंदौर। इंदौर का एयरपोर्ट देश का सबसे खास एयरपोर्ट बनने वाला है। यहां आने वाले बच्‍चों को खास ख्‍यान रखा गया है। आम तौर पर एयरपोर्ट पर खरीदारी के लिए दुकानें, आराम के लिए स्पा सेंटर, खान-पान के लिए रेस्त्रां होते हैं। फ्लाइट का इंतजार करते हुए इन सबमें बड़े तो अपना समय काट लेते हैं लेकिन बच्चों पर किसी का ध्यान नहीं जाता।

दीवारों पर बना सकेंगे मनपसंद डिजाइन 

खासतौर पर वे बच्चे जो 10 साल से छोटे हैं। इंदौर एयरपोर्ट प्रबंधन अब उनके लिए नई पहल करने जा रहा है। अब उनके लिए ऐसी दीवारें बनवाई जा रही हैं जिस पर जिस पर वे अपने मनपसंद डिजाइन, चित्र, लिखावट उकेर पाएंगे। देश में यह अनूठा प्रयोग माना जा रहा है। इसे नाम दिया गया है 'मस्ती की पाठशाला'।

चित्र बनाने के बाद उसे मिटाया जा सकेगा  

योजना के मुताबिक इंदौर एयरपोर्ट के टर्मिनल में नीचे और सिक्युरिटी होल्ड एरिया (ऊपर) दोनों ही जगह एक-एक दीवार बनाई जाएगी। यह दीवार व्हाइट बोर्ड की तरह काम करेगी और इसकी ऊंचाई इतनी होगी कि 10 साल से छोटी उम्र के बच्चे उस पर आराम से लिख पाएं। दीवार ऐसे मटेरियल से बनी होगी जिस पर चित्र बनाने के बाद इसे आसानी से मिटाया भी जा सके।

फीडबैक के बाद बनाया गया प्‍लान 

एयरपोर्ट डायरेक्टर आर्यमा सान्याल का कहना है यहां आने वाले यात्रियों से मुझे फीडबैक मिला था कि फ्लाइट का इंतजार करते हुए छोटे बच्चे बोर होते हैं। चिड़चिड़ाहट में वे खुद भी परेशान होते हैं और अभिभावकों को भी परेशान करते हैं इसलिए यह नया प्रयोग करने का विचार आया।

मेरी जानकारी के मुताबिक देश के किसी भी एयरपोर्ट में बच्चों की क्रिएटिविटी के लिए ऐसी कोई विशेष जगह नहीं है। इस महीने के अंत तक यह दीवार तैयार हो जाएगी। भविष्य में बच्चों के लिए प्ले जोन बनाने की भी योजना है। संभवतः नए टर्मिनल में इसके लिए पर्याप्त जगह मिल पाएगी।

इंदौर एयरपोर्ट की खास बातें

- 110 उड़ाने प्रतिदिन का रिकॉर्ड है फरवरी 2019 तक का

- 19 शहरों से सीधे जुड़ गया था फरवरी 2019 तक का

- 3,05,000 यात्री पिछले साल सफर कर चुके हैं

- जेट का परिचालन बंद होने के बाद अब 11 शहरों में 60 उड़ानें हैं। शारजाह और बैंकॉक के लिए उड़ान शुरू होने की संभावना, अनुमति मिलते ही ऑपरेशन शुरू होगा।

- आगामी दिनों में उड़ान और यात्रियों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।  

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