केरल में बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित कर्मचारियों को काम की इजाजत, राज्य सरकार के फैसले पर सवाल !

गौरतलब है कि केरल देश के उन राज्यों में शामिल है जहां कोरोना वायरस के शुरुआती मामले सामने आए।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 09:29 AM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 09:40 AM (IST)
केरल में बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित कर्मचारियों को काम की इजाजत, राज्य सरकार के फैसले पर सवाल !
केरल में बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित कर्मचारियों को काम की इजाजत, राज्य सरकार के फैसले पर सवाल !

तिरुवनंतपुरम, एएनआइ। भारत समेत पूरी दुनियाभर में इस समय कोरोना वायरस महामारी का संकट तेजी से गहराता जा रहा है। देश में इनदिनों हर रोज 90 हजार से अधिक कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, वहीं करीब एक हजार या इससे अधिक मौतें हो रही हैं। इन सबके बीच केरल सरकार के कोरोना वायरस को लेकर जारी नए दिशा-निर्देश राज्य सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं, जिसमें बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित कर्मचारियों को काम की इजाजत दी गई है। दुनियाभर में हुए शोध से यह बात साबित हो चुकी है कि बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीज, संक्रमण फैला सकते हैं। ऐसे में केरल सरकार के इस अजीबोगरीब फैसले पर सवाल उठ रहे हैं। गौरतलब है कि केरल देश के उन राज्यों में शामिल है, जहां कोरोना वायरस के शुरुआती मामले सामने आए।

ऐसे समय में जब देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, केरल सरकार ने एक अजीबोगरीब फैसला लिया है।पिनरई विजयन सरकार ने उन प्रवासी मजूदरों को काम करने की इजाजत दे दी है, जो कोरोना से संक्रमित हैं, लेकिन उनमें इस महामारी के लक्षण नहीं दिख रहे।सरकार का कहना है कि ऐसे मरीज सभी ऐहतियात बरतते हुए खास उनके लिए चिन्हित की गई जगहों पर काम कर सकेंगे।

दरअसल, केरल सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाले अतिथि श्रमिकों और अन्य राज्यों से केरल जाने वाले विशेष श्रमिकों को क्वारंटाइन किए जाने .को लेकर संशोधित निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही राज्य सरकार ने उचित क्वारंटाइन सुनिश्चित करने के लिए कोविद -19 जगराता पोर्टल में पंजीकरण के लिए एसओपी भी जारी की है। इस संशोधित गाइडलाइन के मुताबिक, केरल पहुंचने वाले कर्मचारी 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहेंगे।

केरल सरकार  की गाइडलाइन के मुताबिक, अगर कोई बाहर से आया श्रमिक कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो उन्हें अलग कर दिया जाएगा और जब तक वह COVID-19 से ठीक नहीं हो जाता, तब तक उन्हें काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

chat bot
आपका साथी