लॉकडाउन 3.0: असम में शुरू हुई बोट सर्विस, बिना मास्क पहने नहीं है इजाजत

असम में बोट सर्विस फिर से शुरू हो गई है। ब्रह्मपुत्र घाट पर फिर से फेरी बोट सर्विस शुरू हो गई है।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Sun, 10 May 2020 07:38 AM (IST) Updated:Sun, 10 May 2020 07:38 AM (IST)
लॉकडाउन  3.0: असम में शुरू हुई बोट सर्विस, बिना मास्क पहने नहीं है इजाजत
लॉकडाउन 3.0: असम में शुरू हुई बोट सर्विस, बिना मास्क पहने नहीं है इजाजत

दिसपुर, एएनआइ। देशभर में इस वक्त लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है, जो कि 17 मई समूचे भारत में लागू है। ऐसे में ग्रीन जोन और ओरेंज जोन के हिसाब से कई क्षेत्रों में लॉकडाउन में छूट दी गई है। अब असम में बोट सर्विस फिर से शुरू हो गई है। ब्रह्मपुत्र घाट पर फिर से फेरी बोट सर्विस शुरू हो गई है।  अंतर्देशीय जल परिवहन विभाग के एक कर्मचारी ने कहा कि यह सेवाएं 7 मई से फिर से शुरू हो गई है। इसके साथ ही हम सभी हम सभी दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं। यदि कोई व्यक्ति मास्क नहीं पहनता है तो हम उसे टिकट जारी नहीं करते हैं। 

बता दें कि देश इस वक्त बेहद ही नाजुक स्थिति से गुजर रहा है। इस वक्त देश में कोरोना वायरस लॉकडाउन चल रहा है। कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 2000 तक पहुंच गई हैं वहीं संक्रमितों की संख्या 60 हजार के पास तक पहुंच गई है। इस वक्त सभी लोग घरों में कैद हैं, लेकिन तीसरे चरण के लॉकडाउन के तहत काफी छूट भी दी गई है। इस दौरान कई राज्यों में शराब की दुकानें खोलने के भी आदेश मिल गए हैं। शराब के आदेश के बाद ही कई राज्य में दुकानों पर लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिली। यही नहीं इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी उल्लंघन हुआ। इसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली में तो कई जगहों पर लाठी चार्ज करना पड़ा। 

इस संक्रमण से बचने के लिए ही देश में लॉकडाउन लगाया गया है, जिसके चलते लोगों का परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं सरकार की तरफ से लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनके निवास तक पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेनें भी चलाई गई है। यही नहीं वंदे मातरम मिशन के तहत विदेशों में फंसे लोगों को उनके निवास तक पहुंचाने के लिए भी स्पेशल फ्लाइट चलाई गई हैं। यही नहीं सरकार द्वारा इस वायरस से बचाव के लिए जरूरतमंदों को खाना भी मुहैया कराया जा रहा है। फिलहाल देश में बेहद ही नाजुक स्थिति है। इस वायरस की रोकथाम के लिए पूरी दुनिया में सभी देश अपने स्तर पर लड़ रहे हैं और इसके लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हैं।

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