क्या आपके मोबाइल में ये Apps हैं? अगर हां तो फिर ये सब कुछ हो सकता है आपके साथ
पेटीएम, जोमैटो और शेयर इट जैसे ऐप्स आपकी सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। आज का समय टेक्नोलॉजी का है और कोई भी समय से पीछे नहीं चलना चाहता। हम चुटकी बजाते ही हर काम करना चाहते हैं और हमारे स्मार्टफोन में मौजूद ऐप जैसे पेटीएम, शेयरइट, जोमैटो, ट्रूकॉलर आदि इसमें हमारी मदद करते हैं। अपने रोजमर्रा के काम के लिए हम इन ऐप्स निर्भर हो गए हैं। जैसे किसी बिल का भुगतान करना हो या किसी को पैसे ट्रांसफर करने हों तो उसके लिए पेटीएम का इस्तेमाल करते है। भूख लगी है और बाहर का खाने का मन है तो जोमैटो या फूट पांडा जैसे ऐप के जरिए खाना ऑर्डर कर लिया। किसी से तुरंत तस्वीरें और वीडियो चाहिए तो शेयरइट का इस्तेमाल हम करते हैं। आप ये कह सकते हैं कि इन ऐप्स पर आप पूरी तरह निर्भर हैं और अगर ये ऐप्स आपके पास न हों तो आपको अपने काम मुश्किल लगने लगे।
लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि ये ऐप्स आपकी निजी जानकारी के लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं। इन ऐप्स को आपने अनजाने में वो सभी अनुमति दे रखी है, जिसके जरिए ये आपको बिना सूचित किए आपकी जानकारी का गलत उपयोग कर सकते हैं। शायद ये बात आपको सुनने में मामूली सी लगे, लेकिन ये बहुत अहम मुदा है। मान लीजिए आपके फोन नंबर से बिना जानकारी के आपको सभी जानकारों के पास कोई अनचाहा मैसेज पहुंच जाए या ईमेल के जरिए किसी को भी कोई गलत मेल कर दिया गया हो। इस तरह आप किसी बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं।
ये ऐप्स किस तरह करते हैं काम
यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि इन ऐप्स को कुछ भी करने की इजाजत कहां से मिलती है। आइए हम आपको बताते हैं कि किस तरह ये ऐप्स अपना काम करते हैं। आप जब भी कोई ऐप अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड करते हैं, तो ये आप से कुछ जानकारियां साझा करने की अनुमति मांगते हैं, जो उनके 'Terms & Conditions' में शामिल होती हैं। अगर आप 'Agree' बटन पर क्लिक नहीं करते हैं, तो आप इन ऐप्स का इस्तेमाल नहीं कर सकते और इसलिए आप बिना सोचे-समझे इन ऐप्स को अपनी जानकारी साझा करने की इजाजत दे देते हैं।
जानिए किस तरह है खतरनाक
- इन ऐप्स की पहुंच आपके फोन में मौजूद तस्वीरों और वीडियो तक होती है, जिनका उपयोग ये आपकी जानकारी के बगैर कहीं भी कर सकते हैं।
- ये ऐप्स आपके फोन में सेव किए कॉन्टेक्ट नंबर को आसानी से पढ़ सकते हैं और इतना ही नहीं उसे एडिट भी कर सकते हैं। ये ऐप्स बड़ी आसानी से किसी के नंबर को सर्च कर सकते हैं।
- आपके इन ऐप्स को सभी जानकारी होती है कि आप किस समय पर किस स्थान पर हैं। ये ऐप्स जीपीएस की मदद से आपको लोकेशन को ट्रैक कर सकते हैं।
- आपके स्मार्टफोन में मौजूद ऐप्स को सब पता होता है कि आप कब, किससे और कितनी देर के लिए बात करते हैं। ये ऐप्स आपके फोन के कॉल विवरण को पढ़ सकते हैं।
- केवल कॉल ही नहीं इन ऐप्स को ये भी पता होता है कि आप मैसेज के जरिए किससे बात कर रहे हैं। ये आपके सभी मैसेज को प्राप्त करते हैं और उन्हें पढ़ सकते हैं। इतना ही नहीं ये आपके फोन में सेव किसी भी व्यक्ति को मैसेज भेज सकते हैं।
- 'Share it' जैसे एप्स की नजर आपके फोन में मौजूद कैलेंडर पर भी होती है। आपने क्या प्रोग्राम बनाए हैं या उन प्रोग्राम में कौन-कौन शामिल हैं। ये कैलेंडर में शामिल किए गए इवेंट को एडिट भी कर सकते हैं और आपके जानाकारी के बिना लोगों को मेल कर सकते हैं।
- ब्यूटी प्लस जैसे ऐप्स माइक्रोफोन के जरिए आपके ऑडियो को भी रिकॉर्ड कर सकते हैं।
फोन से तुरन्त हटा दें ये 40 खतरनाक एप्स
बता दें कि खुफिया एजेंसियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताकर 40 मोबाइल ऐप्स को तुरंत फोन से हटाने के आदेश जारी किए थे। खुफिया एजेंसी ने इसकी एक सूची भी जारी की थी। जरूरी नहीं है कि ये ऐप्स सिर्फ भारतीय सुरक्षा के लिए खतरा है बल्कि, इससे आप पर भी साइबर अटैक होने का खतरा है। जानकारी के मुताबिक, सभी ऐप्स या तो स्पाईवेयर हैं या फिर मालवेयर। इन ऐप्स के जरिए डाटा व अन्य जानकारियां हैक करके चुराई जा सकती हैं। पिछले दिनों कुछ ऐसे मामले भी सामने आए थे।
ये हैं वो खतरनाक ऐप्स
40 ऐप्स की जो सूची जारी की गई है, उनमें वीबो, वीचैट, शेयरइट, ट्रूकालर, यूसी न्यूज, यूसी ब्राउसर, ब्यूटी प्लस, न्यूजडोग, वीवा वीडियो-क्यू वीडियो, आईएनसी, पैरालल स्पेस, अपुस ब्राउसर, परफेक्ट कार्प, वायरस क्लीनर-हाई सिक्योरिटी लैब, सीएम ब्राउसर, एमआई कम्युनिटी, डयू रिकॉर्डर, वाल्ट हाइड, यूकैम मेकअप, एमआई स्टोर, कैचक्लीनर डयू एप्स, डयू बैटरी सेवर, डयू क्लीनर, डयू प्राइवेसी, 360 सिक्योरिटी, डयू ब्राउसर, क्लीन मास्टर-चीता मोबाइल, बैडू ट्रांसलेट, बैडू एप, वंडर कैमरा, ईएस फाइल एक्सप्लोरर, फोटो वंडर, क्यूक्यू इंटरनेशनल, क्यूक्यू म्यूजिक, क्यूक्यू मेल, क्यूक्यू प्लेयर, क्यूक्यू न्यूजफीड, क्यूक्यू सिक्योरिटी, सेल्फी सिटी, मेल मास्टर, एमआई वीडियो कॉल और क्यूक्यू लांचर शामिल हैं।