मसर्रत पर मुफ्ती को होना पड़ा कठोर, देश्‍ाद्रोह में गिरफ्तार

अलगाववादियों के प्रति नरम रवैया अपनाने वाले जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद को आखिरकार अलगाववादी मसर्रत आलम के खिलाफ कठोर होना पड़ा। पहले श्रीनगर में 15 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थक नारेबाजी करने और पाक झंडा फहराने के आरोप में मसर्रत को शुक्रवार को गिरफ्तार तो कर लिया गया था,

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Fri, 17 Apr 2015 03:52 PM (IST) Updated:Sat, 18 Apr 2015 11:06 AM (IST)
मसर्रत पर मुफ्ती को होना पड़ा कठोर, देश्‍ाद्रोह में गिरफ्तार

श्रीनगर [राज्य ब्यूरो]। अलगाववादियों के प्रति नरम रवैया अपनाने वाले जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद को आखिरकार अलगाववादी मसर्रत आलम के खिलाफ कठोर होना पड़ा। पहले श्रीनगर में 15 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थक नारेबाजी करने और पाक झंडा फहराने के आरोप में मसर्रत को शुक्रवार को गिरफ्तार तो कर लिया गया था, लेकिन उस पर राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज नहीं किया गया था।

चौतरफा विरोध के बाद रात में पुलिस को उसके खिलाफ धारा 121-ए के तहत राष्ट्रद्रोह और धारा 124 के तहत देश के खिलाफ जंग छेडऩे जैसे मामले दर्ज करने पड़े। इसके बाद उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां उसे सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।

इससे पहले गुरुवार रात नजरबंद किए गए 45 वर्षीय मसर्रत को शुक्रवार तड़के गिरफ्तार कर लिया गया था। उसकी गिरफ्तारी के विरोध में घाटी के कई शहरों में ङ्क्षहसक प्रदर्शन हुए। इस बीच, पाकिस्तान में जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने गिलानी और मसर्रत के समर्थन में भारत के खिलाफ फिर जहर उगला।

भाजपा के तेवर सख्त :

भाजपा की समर्थन वापसी की चेतावनी के बाद गुरुवार की रात को अलगाववादियों की नजरबंदी का शुरू हुआ दौर शुक्रवार सुबह मसर्रत आलम की गिरफ्तारी के साथ संपन्न हुआ। वरिष्ठ प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री मुफ्ती ने पहले अलगाववादियों के खिलाफ पूरी तरह नरम रवैया अपनाए रखने पर ही जोर दिया और कहा कि नजरबंदी तक ठीक है। लेकिन केंद्र सरकार और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के लगातार दबाव व सरकार से अलग होने की चेतावनी के बाद ही उन्होंने राज्य पुलिस को अलगाववादियों पर नकेल कसने की हरी झंडी दी।

त्राल में गत सोमवार को हुई मुठभेड़ में एक आतंकी और उसके भाई की मौत के खिलाफ शुक्रवार को कश्मीर के अलगाववादी संगठनों ने त्राल चलो मार्च का एलान किया था। इसे देखते हुए मसर्रत आलम के अलावा हुर्रियत कांफ्रेंस-जेकेके प्रवक्ता मुश्ताक-उल-इस्लाम को भी गिरफ्तार किया गया। हालांकि मसर्रत आलम गुरुवार रात से ही नजरबंद था, लेकिन उसे हिरासत में सुबह लिया गया।

ये नेता हैं नजरबंद

लेकिन सैयद अली शाह गिलानी, शब्बीर शाह, यासीन मलिक, जावेद मीर, शाहिद-उल-इस्लाम, नईम अहमद खान, मुहम्मद अशरफ सहराई समेत एक दर्जन के करीब सभी प्रमुख अलगाववादियों को नजरबंद रखा गया है। इन नेताओं से किसी को मिलने की इजाजत नहीं दी जा रही है।

श्रीनगर, त्राल में बवाल

मसर्रत की गिरफ्तारी के विरोध में श्रीनगर और त्राल समेत राज्य के कई हिस्सों में उग्र प्रदर्शन हुए। सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया। हिंसक झड़पों में 21 पुलिसकर्मियों समेत करीब 30 लोग जख्मी हो गए। अलगाववादियों के समर्थकों ने प्रदर्शन के दौरान जमकर पथराव करने के साथ राष्ट्रीय ध्वज भी जलाया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज व आंसूगैस का इस्तेमाल कर भीड़ को खदेड़ा। प्रदर्शनकारियों का नेतृृत्व हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक ने किया।

मसर्रत पर लगी धाराएं और उनकी सजा

धारा 120बी - दो साल की कारावास या जुर्माना या दोनों का एक साथ प्रावधान है।

धारा 147 - अधिकतम दो से तीन साल की सजा

धारा 341 -एक माह तक की सजा या जुर्माना

धारा 427- तीन से छह माह तक सजा

धारा 336- दो से तीन साल तक की सजा

धारा 13- जमानत हासिल करने में ही लग सकते हैं छह माह। पांच से सात साल की सजा।

भविष्य में भी बर्दाश्त नहीं होंगी देशविरोधी गतिविधियां

जम्मू [जागरण ब्यूरो]। पाकिस्तानी झंडे फहराने वाले कट्टरपंथी मसर्रत आलम की गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने कड़े तेवर बरकरार रखते हुए कहा कि भविष्य में भी राज्य में देशविरोधी गतिविधियां किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने स्पष्ट किया कि ऐसा करने के लिए मुफ्ती सरकार पर कोई दवाब नहीं डाला गया। इस मामले में कानून ने तथ्यों व सुबूतों के आधार पर अपनी कार्रवाई की है। उन्होंने यह भी कहा कि मसर्रत को गिरफ्तार करने में केंद्र व राज्य सरकार ने समय नहीं गंवाया है।

कटड़ा में हो रही भाजपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा लेने आए राम माधव ने कहा कि इस बार अमरनाथ यात्रा के दौरान भी कश्मीर में अलगाववादियों को माहौल खराब नहीं करने दिया जाएगा। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद जुगल किशोर शर्मा ने भी कहा कि न तो केंद्र और न ही राज्य सरकार बर्दाश्त करेगी कि कश्मीर में पाकिस्तान के झंडे फहराकर देशविरोधी गतिविधियों को शह देने की कोशिश हो।

पत्रकारों के साथ बातचीत में उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह ने कहा कि भाजपा-पीडीपी सरकार ने मसर्रत को गिरफ्तार कर स्पष्ट संकेत दिया है कि देशविरोधी तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं प्रदेश अध्यक्ष जुगल किशोर ने भी कहा कि ऐसी घटनाओं से देश में गलत संदेश जाता है, वे दोहराई नहीं जानी चाहिए।

इस बीच, दिल्ली से जारी बयान में प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र कश्मीर के हालात पर कड़ी नजर रख रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद व अलगाववाद के खिलाफ जीरो टालरेंस बरतते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा-पीडीपी सरकार का गठन सुशासन के लिए हुआ है। भाजपा के लिए राष्ट्रवाद व देशभक्ति सबसे अधिक महत्व रखते हैं।

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