UPSC की जांच में तुषार और आयशा का फर्जीवाड़ा आया सामने, आयोग कर सकता है आपराधिक व अनुशासनात्मक कार्रवाई

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सर्विसेज की परीक्षा में 44वें और 184वीं रैंक को लेकर चल रहे विवाद से पर्दा हट गया है। आयोग की जांच में साफ हो गया है कि बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार ने परीक्षा उत्तीर्ण की है तथा उनका 44वां रैंक है।

By AgencyEdited By: Publish:Sat, 27 May 2023 01:03 AM (IST) Updated:Sat, 27 May 2023 01:03 AM (IST)
UPSC की जांच में तुषार और आयशा का फर्जीवाड़ा आया सामने, आयोग कर सकता है आपराधिक व अनुशासनात्मक कार्रवाई
UPSC की जांच में तुषार और आयशा का फर्जीवाड़ा आया सामने। फोटो- एएनआई।

नई दिल्ली, पीटीआई। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सर्विसेज की परीक्षा में 44वें और 184वीं रैंक को लेकर चल रहे विवाद से पर्दा हट गया है। आयोग की जांच में साफ हो गया है कि बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार ने परीक्षा उत्तीर्ण की है तथा उनका 44वां रैंक है। इसी तरह मध्य प्रदेश के देवास की आयशा फातिमा की 184वीं रैंक है।

तुषार और आयशा के खिलाफ होगी कार्रवाई

मालूम हो कि रेवाड़ी के तुषार कुमार और मप्र के आलीराजपुर की आयशा मकरानी का दावा गलत पाया गया है। आयोग ने कहा है कि उसका सिस्टम फूलप्रूफ है। फर्जीवाड़ा करने वाले दोनों अभ्यर्थियों के खिलाफ आपराधिक व अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।

बीते मंगलवार को जारी हुआ था परिणाम

बीते मंगलवार को सिविल सर्विसेज की परीक्षा का परिणाम जारी हुआ था। आयोग की ओर से जारी सफल विद्यार्थियों की सूची में 44वें स्थान पर रोल नंबर 1521306 और नाम तुषार कुमार दिया गया था। रेवाड़ी के तुषार ने दावा किया था परीक्षा उन्होंने ही उत्तीर्ण की है। उन्होंने 1521306 रोल नंबर वाला अपना प्रवेश पत्र भी दिखाया जो व्यक्तित्व परीक्षण के लिए उनको आयोग की तरफ से भेजा गया था। उसी दिन शाम होते-होते इंटरनेट मीडिया पर समाचार प्रसारित होने लगा था कि 44वां रैंक भागलपुर के तुषार कुमार ने हासिल किया है।

आयोग ने खोली फर्जीवाड़े की पोल

संघ लोक सेवा आयोग ने शुक्रवार को बयान जारी कर मामले से पर्दा हटा दिया है। आयोग के अनुसार, रेवाड़ी के तुषार ने सिविल सर्विसेज के लिए आवेदन किया था। उसका अनुक्रमांक 2208860 था। प्रारंभिक परीक्षा के पेपर वन में उसे माइनस 22.89 अंक मिले थे, जबकि पेपर टू में 44.73 अंक आए थे।

प्रारंभिक परीक्षा भी उत्तीर्ण नहीं कर पाया था रेवाड़ी का तुषार

आयोग के नियमों के अनुसार, पेपर टू में न्यूनतम 66 अंक लेने वाले ही उत्तीर्ण माने गए। यानी रेवाड़ी का तुषार प्रारंभिक परीक्षा भी उत्तीर्ण नहीं कर पाया था। आयोग ने स्पष्ट किया कि भागलपुर निवासी तुषार कुमार को 1521306 रोल नंबर जारी हुआ था। 44वां रैंक उन्होंने ही प्राप्त किया है। स्पष्ट हो गया है कि रेवाड़ी के तुषार ने इंटरव्यू के लिए जो जारी प्रवेश पत्र दिखाया था वह फर्जी है।

देवास की आयशा का दावा सही

इसी तरह मप्र के आलीराजपुर की आयशा मकरानी ने दावा किया था कि उनका चयन 184वीं रैंक पर हुआ है। आयशा ने इंटरव्यू के प्रवेश पत्र में अपना रोल नंबर 7811744 बताया था। इसी बीच सामने आया कि देवास कि आयशा फातिमा की भी यही रैंक और यही रोल नंबर है। आयोग के मुताबिक, आलीराजपुर की आयशा दावा झूठा था। उसने जो प्रवेश पत्र पेश किया था, उस पर क्यूआर कोड नहीं था। इंटरव्यू के लिए जो दिन लिखा गया, वह भी गलत था। मकरानी के स्वजन कह रहे हैं कि मामले को कोर्ट तक लेकर जाएंगे।

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