छग में एेतिहासिक ढोलकल गणेश आए मूल स्वरूप में, हजारों श्रद्धालुअों ने किए दर्शन

केमिकल ट्रीटमेंट और सुरक्षा की वजह से अन्य चट्टान में लोग प्रतीकात्मक पूजा कर लौटे। पहाड़ के नीचे ग्रामीण ढोल-मांदर की थाप पर नाच-गाकर उत्सव मनाया।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Thu, 02 Feb 2017 08:20 AM (IST) Updated:Thu, 02 Feb 2017 09:46 AM (IST)
छग में एेतिहासिक ढोलकल गणेश आए मूल स्वरूप में, हजारों श्रद्धालुअों ने किए दर्शन
छग में एेतिहासिक ढोलकल गणेश आए मूल स्वरूप में, हजारों श्रद्धालुअों ने किए दर्शन

दंतेवाड़ा[योगेंद्र ठाकुर]। दंतेवाड़ा ढोलकल गणेशजी की प्रतिमा बुधवार को मूल स्वरूप में नजर आए। पुरातत्व विद अरूण कुमार शर्मा के निर्देशन में तीन दिन में प्रतिमा की टूटे अंगों को जोड़ दिया गया है। इसके दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्घालु आठ किमी की पहाड़ पर चढ़े और दूर से दर्शन किया।

केमिकल ट्रीटमेंट और सुरक्षा की वजह से अन्य चट्टान में लोग प्रतीकात्मक पूजा कर लौटे। पहाड़ के नीचे ग्रामीण ढोल-मांदर की थाप पर नाच-गाकर उत्सव मनाया। दर्शन के ढोलकल पहुंचे बस्तर कमिश्नर दिलीप वासनीकर ने कहा कि बस्तर में माईजी के बाद ढोलकल गणेश दर्शन और पर्यटन के लिए जानी जाएगी।

तस्वीरें : छत्तीसगढ़ में एेतिहासिक ढोलकल गणेश आए मूल स्वरूप में

बैलाडिला के ढोलकल पहाड़ी से गिरकर क्षतिग्रस्त हुए भगवान गणेश की प्रतिमा का रि-कंट्रक्शन पूर्ण कर लिया गया। बुधवार को प्रतिमा के मूलस्वरूप में आने के बाद दर्शन के लिए दंतेवाड़ा, जगदलपुर सहित जिले भर के श्रद्घालु दर्शन के लिए पहुंचे।

इस दौरान पुरातत्व विभाग के कर्मचारी प्रभात कुमार सिंह और प्रवीण तिर्की फाइनल टच देने में जुटे रहे। जबकि प्रशासन की ओर से डिप्टी कलेक्टर आशीष देवांगन व्यवस्था की मानीटरिंग कर रहे हैं। पुरातत्व विद के निर्देश पर बुधवार को मूल स्वरूप में आए प्रतिमा का श्रद्घालुयों ने दूसरे चट्टान में खड़े होकर दर्शन किया। दूसरे चट्टान में ही श्रद्घालुओं ने प्रतीकात्मक पूजा की।

बच्चे से लेकर बूढ़े तक पहुंचे दर्शन करने

ढोलकल गणेश के दर्शन के लिए बुधवार को ढोलकल पहाड़ी और तलहटी पर श्रद्घालुओं मेला-सा माहौल रहा। सुबह से लोगों का जमघट शुरू हो गया था। ग्रामीणों के साथ ही बड़ी संख्या में बच्चों को रेला भी दर्शन के लिए उछल-कूद करते पहाड़ की चढ़ाई की। इतना नहीं दूधमुंहे बच्चों को लेकर महिलाएं भी ढोलकल पहुंचती रहीं।

पहाड़ में उन्हें सहयोग करने के लिए ग्रामीण और जवान जगह-जगह पर मौजूद थे। इस दौरान कुछ महिलाओं के शरीर पर देवी सवार होने से उन्हें शांत कराया गया। इधर पहाड़ के नीचे ग्रामीण पारंपरिक वेशभूषा और वाद्ययंत्रों के साथ दिन भर नाचते-गाते रहे। वहीं पास में ही प्रशासन ने लोगों के लिए भोजन और जलपान की व्यवस्था की थी। जहां दर्शन के बाद लोगों ने प्रसाद स्वरूप भोजन ग्रहण किया।

कमिश्नर भी पहुंचे

ढोलकल गणेश प्रतिमा का रि-कंट्रक्शन के बाद दर्शन के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष कमला विनय नाग, पूर्व विधायक भीमा मंडावी, जिपं सदस्य चैतराम अटामी, मनीष सुराना, नपा अध्यक्ष दीपक कर्मा, युवामोर्चा जिलाध्यक्ष महावीर महेश्वरी, पूर्व जिलाध्यक्ष नवीन विश्वकर्मा के अलावा बस्तर कमिश्नर दिलीप वासनीकर, कलेक्टर सौरभ कुमार, डिप्टी कलेक्टर आशीष देवांगन, एसपी कमलोचन कश्यप, एएसपी डॉ. अभिषेक पल्लव भी पहुंचे।

पढ़ेंः ओडिशा: कोरापुट में लैंडमाइन ब्लास्ट, 8 पुलिसकर्मी शहीद

chat bot
आपका साथी