महाराष्ट्र: बंदर व कुत्तों के बीच गैंगवार, बंदरों ने मारे 80 पिल्ले; नागपुर वन विभाग ने दबोचा

महाराष्ट्र के बीड जिले में बंदरों व कुत्तों के बीच गैंगवार से लोगों के बीच दहशत फैल गई थी। दरअसल बंदरों ने करीब 80 पिल्लों को मार दिया था। शनिवार को नागपुर वन विभाग की टीम ने दोनों बंदरों को पकड़ लिया।

By Monika MinalEdited By: Publish:Sun, 19 Dec 2021 05:03 AM (IST) Updated:Sun, 19 Dec 2021 05:03 AM (IST)
महाराष्ट्र: बंदर व कुत्तों के बीच गैंगवार,  बंदरों ने मारे 80 पिल्ले; नागपुर वन विभाग ने दबोचा
महाराष्ट्र के बीड जिले में बंदरों व कुत्तों के बीच 'गैंगवार' से दहशत में लोग

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के बीड जिले में शनिवार को नागपुर विभाग की टीम ने दो बंदरों को पकड़ लिया जिसकी वजह से यहां लोग दहशत में थे। ऐसा पहले कभी देखने या सुनने में नहीं आया था कि बंदरों और  कुत्तों के बीच 'गैंगवार' हुआ हो। माजलगांव क्षेत्र में स्थित लावूल गांव में बंदर पिछले तीन माह में कुत्तों के 80 पिल्लों को ऊंचाई से गिराकर मार चुके हैं। बंदरों के इस हिंसात्मक आचरण से लोग हैरान हैं।

Maharashtra | 2 monkeys involved in the killing of many puppies have been captured by a Nagpur Forest Dept team in Beed, earlier today. Both the monkeys are being shifted to Nagpur to be released in a nearby forest: Sachin Kand, Beed Forest Officer pic.twitter.com/3fBzCj273p

— ANI (@ANI) December 18, 2021

स्थानीय लोगों ने बताया, तीन माह पहले कुत्तों ने बंदर के एक बच्चे को मार डाला था। इसके बाद से ही बंदर कुत्तों से बदला ले रहे हैं। बंदर कुत्तों के पिल्लों को उठाकर ले जाते हैं और उन्हें ऊंची इमारतों या पेड़ से नीचे फेंक देते हैं। पांच हजार की जनसंख्या वाले लावूल गांव में अब एक भी कुत्ते का पिल्ला नहीं बचा है। बंदर बड़े समूहों में गांव आते हैं। इस कारण कोई भी उन्हें भगाने की हिम्मत नहीं कर पाता। पिल्लों को बचाने के प्रयास में कई लोगों पर बंदरों ने हमला भी किया है।

स्कूली बच्चों को भी बना रहे निशाना

ग्रामीणों का कहना है कि बंदर बिना किसी कारण के स्कूली बच्चों पर भी हमला कर रहे हैं। इस बारे में वन विभाग को सूचित कर दिया गया है। वन विभाग की टीम ने आतंक मचा रहे कई बंदरों को पकड़ा भी है।

पिल्लों के बीच रातभर पड़ी रही नवजात बच्ची

छत्तीसगढ़ में मुंगेली जिले के लोरमी से लगे सारिसताल गांव में  एक कठोर हृदय वाली मां नवजात बच्ची को कुत्ते के पिल्लों के बीच छोड़कर चली गई। इस सर्द मौसम में भी उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। पूरी रात बच्ची पिल्लों के बीच पड़ी रही। सुबह एक ग्रामीण ने जब उसे देखा तो पुलिस को सूचना दी। बच्ची को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है। जिला अस्पताल में वह पूरी तरह स्वस्थ है।

chat bot
आपका साथी