Pariksha Pe Charcha 2020: कल छात्रों के साथ "परीक्षा पे चर्चा" करेंगे पीएम मोदी, दिव्यांग छात्र भी होंगे शामिल

Pariksha Pe Charcha 2020 यह कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा और दिव्यांग छात्रों को लाने और उके बैठने की खास व्यवस्था की जाएगी।

By Neel RajputEdited By: Publish:Sun, 19 Jan 2020 01:22 PM (IST) Updated:Sun, 19 Jan 2020 01:40 PM (IST)
Pariksha Pe Charcha 2020: कल छात्रों के साथ "परीक्षा पे चर्चा" करेंगे पीएम मोदी, दिव्यांग छात्र भी होंगे शामिल
Pariksha Pe Charcha 2020: कल छात्रों के साथ "परीक्षा पे चर्चा" करेंगे पीएम मोदी, दिव्यांग छात्र भी होंगे शामिल

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जनवरी को "परीक्षा पे चर्चा" के दौरान छात्रों से बात करेंगे। इस दौरान छात्रों के पास पीएम मोदी से सवाल पूछने का मौका होगा। इस कार्यक्रम में खास तौर पर दिव्यांग छात्रों को प्रधानमंत्री से मन की बात कहने और सवाल पूछने का अवसर दिया जाएगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल ने खुद इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने इस बार में एक वीडियो शेयर किया है। बता दें कि यह कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा और दिव्यांग छात्रों को लाने और उके बैठने की खास व्यवस्था की जाएगी।

इस बार छात्रों के साथ होने वाले परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान पिछले सालों की तुलना में ज्यादा बच्चों को पीएम से सीधे सवाल पूछने का मौका दिया जा रहा है। बता दें कि अब तक प्रधानमंत्री से 15 छात्रों के सवाल ही पूछे जाते थे लेकिन इस साल 60 छात्रों को सवाल पूछने का मौका दिया जाएगा। हालांकि इनमें से प्रत्येक 3-4 सवाल आपस में मिलते-जुलते या एक जैसे विषयों पर आधारित हैं।

केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के मुताबिक दिव्यांग छात्रों ने इस कार्यक्रम में विशेष रूप से ज्यादा रुचि दिखाई है। उन्होंने बताया कि दिव्यांग छात्र सीधे इस कार्यक्रम से जुड़ रहे हैं और वो पीएम मोदी से सीधे संवाद करेंगे। उन्होंने आगे बताया कि पीएम मोदी चाहते हैं कि सभी विद्यार्थी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दें और तनावमुक्त रहकर परीक्षा दें।

बता दें कि 20 जनवरी को होने जा रहे कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा में पहली बार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से बराबर की संख्या में बच्चों का चयन किया गया है। इसके अलावा छात्र और छात्राओं का प्रतिशत भी बराबर ही रखा गया है। इसके अलावा इस कार्यक्रम का देशभर में करीब 15 लाख शैक्षणिक संस्थानों और स्कूलों से सीधे प्रसारण करने की भी योजना है। इसका मतलब जो बच्चे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे वो स्कूल में बैठकर ही इसे देख सकेंगे।

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