UPSC Result 2018ः दारोगा और SDO के इन बेटों ने किया फरीदाबाद का नाम रोशन

लोकेश यादव ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर औद्योगिक नगरी फरीदाबाद और अपनी जन्मस्थली रेवाड़ी का नाम रोशन किया है।

By Edited By: Publish:Sat, 06 Apr 2019 07:21 PM (IST) Updated:Sun, 07 Apr 2019 01:18 PM (IST)
UPSC Result 2018ः दारोगा और SDO के इन बेटों ने किया फरीदाबाद का नाम रोशन
UPSC Result 2018ः दारोगा और SDO के इन बेटों ने किया फरीदाबाद का नाम रोशन

फरीदाबाद, जेएनएन। थर्मल पावर हाउस में एसडीओ के पद पर तैनात एसएस यादव के बेटे लोकेश यादव ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर औद्योगिक नगरी फरीदाबाद और अपनी जन्मस्थली रेवाड़ी का नाम रोशन किया है। लोकेश यादव ने 452वीं रैंक के साथ परीक्षा पास की। शुरुआती पढ़ाई जीवा पब्लिक स्कूल में और 12वीं तक दिल्ली पब्लिक स्कूल सेक्टर 19 के छात्र रहे लोकेश यादव ने आइआइटी दिल्ली से इंजीनियर की और फिर आइआइएम अहमदाबाद से मेनेजमेंट की पढ़ाई की।

यूपीएससी में उनका यह प्रथम प्रयास था। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और हरियाणा के चर्चित आईएएस अधिकारी अशोक खेमका से प्रभावित लोकेश यादव का कहना है कि आम आदमी को सरकार की योजनाओं का लाभ बेहतर तरीके से पहुंचाने के लिए उन्होंने यूपीएससी का क्षेत्र चुना। लोकेश यादव आयुष्मान योजना, जन धन योजना जैसी आम आदमी के लिए बेहद अच्छी योजनाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुरीद हैं।

वहीं फरीदाबाद फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के आरपीएफ थाना प्रभारी राजकपूर लांबा के पुत्र पंकज ने संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में 236वां स्थान प्राप्त किया है। पंकज ने दूसरी बार में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है। पिछले वर्ष साक्षात्कार और मुख्य विषय में अंक कम आने की वजह सफल नहीं हो सके थे। पंकज के परीक्षा उत्तीर्ण करने से परिवार में खुशी का माहौल है।

मूलरूप से महेंद्रगढ़ के निवासी 25 वर्षीय पंकज ने 12वीं कक्षा में 90 फीसद अंक हासिल किए थे। उन्होंने वर्ष 2017 में बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस पिलानी से बीटेक भी की है और बीटेक के साथ यूपीएससी परीक्षा की भी तैयारी करते रहे। उन्होंने बताया कि दिन की बजाय रात में छह से सात घंटे पढ़ाई करते थे। पंकज ने अपनी सफलता का श्रेय अपने अभिभावकों और गुरुजनों को दिया है। पढ़ाई के बाद उनका अधिक समय पेटिंग और क्रिकेट देखने में बीतता है। उन्होंने बताया कि अधिकारी बनने के बाद वह जरूरतमंद व्यक्ति मदद अवश्य करेंगे।
 

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