डीयू की ओर से राहत, बेस्ट फोर में नहीं कटेंगे विषयों के अंक

डीयू प्रशासन ने सभी राज्यों के 32 बोर्डो के छात्रों को बड़ी राहत देते हुए फैसला लिया है कि सभी बोर्डों के विषयों को बिना अंकों की कटौती के बेस्ट फोर में शामिल किया जाएगा।

By Monika MinalEdited By: Publish:Wed, 15 May 2019 03:01 PM (IST) Updated:Wed, 15 May 2019 05:40 PM (IST)
डीयू की ओर से राहत, बेस्ट फोर में नहीं कटेंगे विषयों के अंक
डीयू की ओर से राहत, बेस्ट फोर में नहीं कटेंगे विषयों के अंक

नई दिल्‍ली, जेएनएन। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने दाखिला प्रक्रिया में इस वर्ष एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ही नहीं, सभी बोर्डों के विषयों को बिना अंकों की कटौती के बेस्ट फोर में शामिल किया जाएगा। हाल ही में डीयू की स्‍टैंडिंग कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया है।

इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सभी राज्यों के 32 बोर्डों में पढ़ने वाले छात्र किसी भी पाठ्यक्रम में बिना किसी नुकसान के दाखिला ले सकेंगे। निर्धारित किए गए कटऑफ में उनके अंक नहीं कटेंगे। दरअसल, सीबीएसई को छोड़कर अन्य बोर्ड के जो छात्र डीयू में दाखिला लेते थे, वे अपने बोर्ड के मुख्य विषयों (जिसका नाम सीबीएसई के विषय से भिन्न होता था) को बेस्ट फोर में शामिल करते थे तो कटऑफ में उनके कुछ अंक कट जाते थे।

स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य प्रो. रसाल सिंह ने कहा कि इस नई व्यवस्था से देशभर के छात्रों को काफी फायदा होगा। बॉयो केमिस्ट्री विषय जम्मू-कश्मीर बोर्ड में, सिविक्स उत्तर प्रदेश बोर्ड में और स्टैटिसटिक्स सब्जेक्ट महाराष्ट्र बोर्ड में छात्र मुख्य विषय के तौर पर पढ़ते हैं। जब इन विषयों से वे डीयू में दाखिले के लिए आवेदन करते थे तो कटऑफ में उनके कुछ अंक कट जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

प्रो. रसाल सिंह ने बताया कि दाखिला प्रक्रिया को लेकर स्टैंडिंग कमेटी ने एक और महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इस वर्ष उन भारतीय भाषाओं को जिन्हें संविधान की आठवीं अनुसूची में रखा गया है, उनके लिए बीए प्रोग्राम में अलग-अलग कटऑफ निकाला जाएगा। पहले 12वीं में छात्र जिस भाषा का अध्ययन करता था और डीयू में उसी भाषा को बीए प्रोग्राम पाठ्यक्रम में चुनता था तो उसे कटऑफ में 10 फीसद तक की छूट मिलती थी। कॉलेज अपने-अपने हिसाब से 1 से 10 फीसद तक छूट देते थे, लेकिन अब यह नियम खत्म कर अलग कटऑफ निकालने का प्रावधान किया गया है। यह प्रावधान मॉडर्न इंडियन लैंग्वेज कमेटी की संस्तुति के आधार पर किया गया है।

स्कूल ऑफ ओपन लर्निग की दाखिला प्रक्रिया में हो सकता है बदलाव

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के स्कूल ऑफ ओपन लर्निग (एसओएल) में इस वर्ष दाखिला प्रक्रिया में बदलाव होने की संभावना है। डीयू की स्टैंडिंग कमेटी व दाखिला समिति के सदस्यों ने उम्मीद जताई है कि इस वर्ष वह भी छात्र एसओएल में आवेदन कर सकेंगे, जो 40 फीसद से भी कम अंक लाकर पास हुए हैं। इस संबंध में डीयू प्रशासन जल्द ही कोई सूचना जारी करेगा।

वहीं शिक्षकों और छात्रों का कहना है कि एसओएल का यह फैसला छात्रों को काफी राहत देगा। देशभर के सैकड़ों छात्र हर साल स्कूल ऑफ ओपन लर्निग में दाखिले के लिए आवेदन करते हैं। एसओएल के कार्यकारी निदेशक हरीश चंद्र पोखरियाल ने कहा कि एसओएल के सभी पाठ्यक्रमों में दाखिला प्रक्रिया एक जून से शुरू कर दी जाएगी। आवेदन की सूचना जल्द ही एसओएल की वेबसाइट पर दी जाएगी।

डीयू हर वर्ष जून में पीजी, एमफिल व पीएचडी पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है। डीयू इस शैक्षणिक सत्र में प्रवेश परीक्षा के लिए दो एजेंसियों से बातचीत कर रहा है। स्टैंडिंग कमेटी की हाल ही में हुई बैठक में फैसला किया गया है कि इस वर्ष इन तीनों पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा नेशनल टेस्‍टिंग एजेंसी (एनटीए) या किसी अन्य एजेंसी से कराई जाए। इस मामले में जल्द ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। डीयू के अधिकारियों ने इसके लिए एनटीए और टाटा कंसलटेंसी सर्विस (टीसीएस) से संपर्क किया है। पिछले वर्ष पीजी, एमफिल व पीएचडी पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं 17 से 24 जून के दौरान की गई थीं। इन प्रवेश परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर भी काम शुरू कर दिया गया है। वहीं, यदि एनटीए जैसी एजेंसी प्रवेश परीक्षा का आयोजन कराएगी तो इससे काफी फायदा होगा। एनटीए बहुत ही पारदर्शी तरीके से प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करता है।

दाखिला प्रक्रिया पर जोर-शोर से काम कर रही है समिति

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) स्नातक की दाखिला प्रक्रिया जल्द शुरू करेगा। दाखिला समिति इस पर जोर-शोर से काम कर रही है। स्‍टैंडिंग कमेटी व दाखिला समिति के कई सदस्यों ने उम्मीद जताई है कि 25 मई से पहले किसी भी दिन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पिछले वर्ष डीयू ने स्नातक में दाखिले की प्रक्रिया 14 मई से शुरू कर दी थी। इस वर्ष अब तक इसकी घोषणा नहीं होने से छात्र व शिक्षक हैरान हैं, जबकि इस वर्ष 2 मई को ही सीबीएसई के 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए गए थे। पिछले वर्ष 12वीं के नतीजे 26 मई को जारी हुए थे। वहीं परास्नातक के लिए 18 मई से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई। डीयू में स्नातक के छात्र भी यह प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें परास्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला लेना है।

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