Haryana School Reopening: हरियाणा में इस तारीख से 6वीं से 9वीं तक स्कूल खोलने की तैयारी, शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी

Haryana School Reopening हरियाणा सरकार राज्य भर में कक्षा 6 से 9 तक के स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार कर रही है। सरकार की योजना है कि 15 अक्टूब से स्कूल खोले जाएं जिससे छात्र-छात्राओं को अपने शिक्षकों से सही मार्गदर्शन मिल सके।

By Nandini DubeyEdited By: Publish:Thu, 08 Oct 2020 10:32 AM (IST) Updated:Thu, 08 Oct 2020 10:53 AM (IST)
Haryana School Reopening: हरियाणा में इस तारीख से 6वीं से 9वीं तक स्कूल खोलने की तैयारी, शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी
Haryana School Reopening: हरियाणा सरकार ने स्कूल खोलने की तैयारी

Haryana School Reopening: हरियाणा सरकार राज्य भर में कक्षा 6 से 9 तक के स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार कर रही है। सरकार की योजना है कि 15 अक्टूब से 6 से 9वीं तक के लिए स्कूल खोले जाएं, जिससे छात्र-छात्राओं को अपने शिक्षकों से सही मार्गदर्शन मिल सके। हालांकि अभी यह फैसला अंतिम नहीं है। इस बारे में विचार-विमर्श होने के बाद कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि सरकार यह फैसला केंद्र सरकार के 15 अक्टूबर से स्कूल खोलने के निर्णय के अनुरूप लिया जाएगा। वहीं इस बारे में मीडिया में बातचीत के दौरान राज्य के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने बताया कि अगर सब कुछ योजना के अनुसार होता है तो इन कक्षाओं के छात्र 15 अक्टूबर से अपने शिक्षकों से परामर्श लेने के लिए स्कूल आ सकते हैं। शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है, आने वाले दिनों में स्थिति साफ हो पाएगी।

इसके पहले स्कूल शिक्षा निदेशालय ने जिला शिक्षा अधिकारियों को एक पत्र जारी किया था। इसमें कहा गया था कि कक्षा 9-12 के छात्रों के लिए 21 सितंबर, 2020 से स्कूलों को खोलने की अनुमति दी जा रही है। वहीं जबकि शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने स्कूल जाना शुरू कर दिया है। लेकिन फिलहाल कोई नियमित कक्षाएं संचालित नहीं की जा रही हैं। वहीं बता दें कि अभिभावकों से लिखित सहमति लेने के बाद ही छात्रों को अपने स्कूलों का दौरा करने की अनुमति दी जाएगी कि वे अपने संदेह के बारे में अपने शिक्षकों से परामर्श कर सकें।

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पांचवें चरण में अनलॉक 5.0 में स्कूल खोलने की अनुमति दी है। लेकिन इसको लेकर सरकार ने सख्त गाइडलाइन बनाई है। या है कि स्कूलों की तरफ से स्टूडेंट्स पर कक्षाओं में आने के लिए कोई दबाव नहीं डाला जाएगा। इसके अलावा स्कूल जाने के लिए छात्रों को अभिभावकों की लिखित अनुमति आवश्यक है। बिना पैरेंट्स की लिखित अनुमति के स्टूडेंट्स स्कूल नहीं जा सकते हैं। इसके अलावा सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसी भी राज्य में स्कूल खोलने की जिम्मेदारी उनकी सरकारो की होगी। राज्य सरकारों को अपने प्रदेश की स्थिति परखने के बाद ही स्कूल खोलने की अनुमति देनी होगी।   

chat bot
आपका साथी