'उनसे गठजोड़ नहीं जो संसदीय लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते', शरद पवार ने PM मोदी को लेकर कही ये बात

पवार का यह बयान शुक्रवार को तब आया है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राकांपा (एसपी) और शिवसेना (यूबीटी) को लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस में विलय कर अपना अस्तित्व मिटाने के बजाय क्रमश अजित पवार एवं एकनाथ शिंदे के साथ हाथ मिला लेने की सलाह दी है। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि यह बिल्कुल स्पष्ट राय है कि संसदीय लोकतंत्र प्रधानमंत्री मोदी के कारण खतरे में है।

By Jagran NewsEdited By: Siddharth Chaurasiya Publish:Fri, 10 May 2024 10:40 PM (IST) Updated:Fri, 10 May 2024 10:40 PM (IST)
'उनसे गठजोड़ नहीं जो संसदीय लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते', शरद पवार ने PM मोदी को लेकर कही ये बात
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कारण खतरे में है।

पीटीआई, पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कारण खतरे में है और वह उन लोगों से गठजोड़ नहीं करेंगे जो इसमें विश्वास नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के चुनाव प्रचार के दौरान दिए हालिया भाषण इस संवैधानिक पद की गरिमा के अनुरूप नहीं हैं।

पवार का यह बयान शुक्रवार को तब आया है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राकांपा (एसपी) और शिवसेना (यूबीटी) को लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस में 'विलय कर अपना अस्तित्व मिटाने' के बजाय क्रमश: अजित पवार एवं एकनाथ शिंदे के साथ हाथ मिला लेने की सलाह दी है। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि यह बिल्कुल स्पष्ट राय है कि संसदीय लोकतंत्र प्रधानमंत्री मोदी के कारण खतरे में है।

उन्होंने कहा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिया गया। यह (उनकी गिरफ्तारियां) केंद्र सरकार और केंद्रीय नेतृत्व की भूमिका के बगैर संभव नहीं था। यह दर्शाता है कि उन्हें लोकतांत्रिक प्रणाली में कितना विश्वास है।"

शरद पवार ने जोर देकर कहा कि देश में एकता कायम रखने के लिए सभी मत-मतांतर के लोगों को एक साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी के हालिया भाषणों से समुदायों के बीच दरार आ गई है। यह देश के लिए बड़ा खतरा है। यह सारी बातें देशहित में नहीं हैं। इसलिए वह और उनके सहयोगी इसके भागीदार नहीं बनेंगे।

उन्होंने कहा कि मोदी ने हाल ही में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को नकली कहा था जो गलत है। यह आपत्तिजनक बयान उन्होंने एक पार्टी के लिए दिया है जो जनाधार रखती है। बयान देते समय उन्हें इसमें संतुलन बनाए रखना चाहिए।

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