फार्मास्यूटिकल कंपनी और यूनियन बैंक में सीबीआई ने मारे छापे

सीबीआई ने यूनियन बैंक, अधिकारी व एक फार्मास्यूटिकल कंपनी में एक साथ छापे मारे। आरोप है कि नियमों को धत्ता बताकर कंपनी को करोड़ों रुपए का ‘लोन’ दिया गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Thu, 30 Jun 2016 06:41 AM (IST) Updated:Thu, 30 Jun 2016 06:45 AM (IST)
फार्मास्यूटिकल कंपनी और यूनियन बैंक में सीबीआई ने मारे छापे

नागपुर। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को यूनियन बैंक, अधिकारी व एक फार्मास्यूटिकल कंपनी में एक साथ छापे मारे। आरोप है कि नियमों को धत्ता बताकर कंपनी को करोड़ों रुपए का ‘लोन’ दिया गया है। कार्रवाई के दौरान कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।


बुटीबोरी में इला वेचर्स नामक फार्मास्यूटिकल कंपनी है। सूत्रों ने बताया कि कुछ वर्ष पहले इस कंपनी के संचालक एम.व्ही.एस.एस.राजू ने गोकुलपेठ स्थित यूनियन बैंक से करीब 35 करोड़ रुपए का लोन लिया था। अभी तक उसे चुकाया नहीं गया है। इसी बीच, सीबीआई को शिकायत मिली कि उक्त ‘लाेन’ को देते समय नियमों को ताक पर रख दिया गया। गत कुछ दिनों से सीबीआई इस मामले पर नजर रखे हुई थी।

शिकायत की पुष्टि होते ही बुधवार को आला अधिकारियों के मार्गदर्शन में सीबीआई अधिकारी एस. डी. मिश्रा और जी. एस. मीणा आदि के नेतृत्व में विविध दस्तों ने यूनियन बैंक, बैंक के अधिकारी, उक्त कंपनी इला वेचर्स, संचालक राजू व अन्य अधिकारियों के दफ्तर व निवास स्थान पर एक साथ छापे मारे। कार्रवाई के दौरान गोपनीयता बरती गई थी, परंतु सीबीआई के दस्तक देने से बैंक व कंपनी संचालक व अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा।

लेन-देन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं। कुछ अधिकारियों से पूछताछ भी हुई है। हालांकि अभी तक किसी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया है। मगर बहुत जल्द कुछ अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। मामले में और भी गंभीर खुलासे होने का सूत्रों ने दावा किया है। जांच जारी है।

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