लाशें देख इस आतंकी को मिलता है सुकून, परमाणु हमले की थी प्लानिंग

आज ही के दिन 13 जुलाई 2011 को मुंबई में हुए तीन बम धमाकों ने देश को हिलाकर रख दिया था। इन सीरियल ब्लास्ट के चार साल पूरे होने जा रहे हैं। भारत पर परमाणु बम से हमला करना चाहता था।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2015 04:03 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2015 04:06 AM (IST)
लाशें देख इस आतंकी को मिलता है सुकून, परमाणु हमले की थी प्लानिंग

मुंबई। आज ही के दिन 13 जुलाई 2011 को मुंबई में हुए तीन बम धमाकों ने देश को हिलाकर रख दिया था। इन सीरियल ब्लास्ट के चार साल पूरे होने जा रहे हैं।

बम विस्फोट के मास्टर माइंड इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी यासीन भटकल ने अपनी गिरफ्तारी के बाद मकोका से कहा था कि उसे इन धमाके कराने पर गर्व है। धमाकों में मारे गए लोगों की लाशें देखकर मेरे दिल को तसल्ली हुई है। उसने एनआईए से ये भी कहा था कि वह पाकिस्तान की मदद से भारत पर परमाणु बम से हमला करना चाहता था।

13 जुलाई 2011 में मुंबई तीन विस्फोट करवाने के बाद इंडियन मुजाहिदीन का फाउंडर यासीन भटकल भारत में परमाणु बम धमाके कराना चाहता था। इस बात का खुलासा उसने एनआईए व दिल्ली पुलिस को दिए अपने बयान में किया है। मुंबई में धमाकों के बारे में जब उससे पूछताछ की गई और उसने जो कहा उसके इरादे कितने खतरनाक थे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। यासीन भटकल को बिहार-नेपाल के सीमावर्ती इलाके से गिरफ़्तार किया गया था।

भटकल बोला मुझे कोई अफसोस नहीं

उसने पूछताछ में महाराष्ट्र मकोका के अधिकारियों को बताया कि उसे इन विस्फोटों को अंजाम देने पर गर्व है। यासीन में इसके साथ यह भी कहा था कि इसमें मारे गए लोगों की लाशें देखकर मेरे दिल को सुकून मिला है।

उस समय तत्कालीन पुलिस उपायुक्त किशोर जाधव ने भटकल से पूछा कि वह अपना इकबालिया बयान क्यों देना चाहता है तो उसने कहा कि मैंने जो विस्फोट किए उसे लेकर उसे कोई अफसोस नहीं है इसलिए वह इकबालिया बयान देना चाहता है। उसने यह भी कहा कि वह नहीं मानता कि उसने जो किया है वह अपराध है। भटकल के साथी असा दुल्ला अख्तर ने भी अपने बयान में पुलिस को बताया कि उसे भी विस्फोट करने का कोई अफसोस नहीं है।

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