मुंबई में टेक कंपनी की CEO की मौत के मामले में खुलासा, नशे में गाड़ी चला रहा था युवक; कोर्ट ने हिरासत में भेजा

मुंबई में जॉगिंग कर रही टेक कंपनी की महिला CEO को एसयूवी कार ने रौंद दिया था। इस हादसे में महिला की मौत हो गई थी। अब इस मामले के दोषी को कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 21 Mar 2023 12:03 AM (IST) Updated:Tue, 21 Mar 2023 12:03 AM (IST)
मुंबई में टेक कंपनी की CEO की मौत के मामले में खुलासा, नशे में गाड़ी चला रहा था युवक; कोर्ट ने हिरासत में भेजा
मुंबई में टेक कंपनी की CEO की मौत के मामले में खुलासा (फोटो प्रतिकात्मक)

मुंबई, ऑनलाइन डेस्क। मुंबई में जॉगिंग कर रही टेक कंपनी की महिला CEO को एसयूवी कार ने रौंद दिया था। इस हादसे में महिला की मौत हो गई थी। अब इस मामले के दोषी को कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

कार चला रहे शख्स ने घर में की थी पार्टी

इस मामले में अब पता चला है कि कार चला रहे 23 वर्षीय युवक ने इससे पहले रात भर अपने घर पार्टी की थी। आरोपी और उसका दोस्त शनिवार रात से ही नशे में था। पुलिस अब यह जानने के लिए मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है कि उन्होंने शराब पी रखी थी या फिर किसी नशीले पदार्थ का सेवन किया था।

वर्ली सी लिंक में हुई थी दुर्घटना

पुलिस ने बताया कि दक्षिण मुंबई में रहने वाले आरोपी के माता-पिता छुट्टी मनाने बाहर गए हुए थे। उनकी गैर-मौजूदगी में आरोपी ने लगभग 10-12 दोस्तों के साथ पार्टी की थी और वे शाम 7 बजे से अगली सुबह तक पार्टी करते रहे। पुलिस के अनुसार, सुबह 5:45 बजे के आसपास आरोपी शिवाजी पार्क में अपनी महिला मित्र को छोड़ने के लिए बांद्रा-वर्ली सी लिंक की तरफ गया था, इसी दौरान यह दुर्घटना हो गई।

कोर्ट ने आरोपी को पुलिस हिरासत में भेजा

इस बीच हादसे के आरोपी सुमेर विजय मर्चेंट को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 22 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। कोर्ट में सरकारी वकील ने कहा कि आरोपी और उसके दोस्तों ने नशे में होने की बात स्वीकार की है। हालांकि, आरोपी के वकील ने तर्क दिया है कि बेशक घटना दुर्भाग्य पूर्ण है, लेकिन पीड़िता सड़क पर दौड़ रही थी और गैर-इरादतन हादसे में उनकी मौत हो गई।

उन्होंने कहा कि पुलिस के पास आरोपी के रक्त के नमूनों, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान सहित जांच के लिए जरूरी सभी चीजें उपलब्ध हैं, ऐसे में उसे हिरासत में रखने की जरूरत नहीं है। हालांकि बाद में कोर्ट ने आरोपी को पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

मां के नाम पर रजिस्टर है कार

गौरतलब है कि अदालत ने आरोपी के माता-पिता को उससे मिलने की अनुमति दी क्योंकि वे बाहर गए हुए थे और उनकी उससे बात नहीं हो पाई। जांच में पता चला है कि हादसे में शामिल कार एक वर्ष पहले खरीदी गई और आरोपी की मां के नाम पर पंजीकृत है।

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