देश के विकास में बाधक बनीं नेहरू की आर्थिक नीतियां : जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विकास की दौड़ में भारत के पिछड़ जाने के लिए देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के आर्थिक मॉडल को जिम्मेदार बताया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sun, 21 Aug 2016 12:49 AM (IST) Updated:Sun, 21 Aug 2016 12:52 AM (IST)
देश के विकास में बाधक बनीं नेहरू की आर्थिक नीतियां : जेटली

राज्य ब्यूरो, मुंबई। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विकास की दौड़ में भारत के पिछड़ जाने के लिए देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के आर्थिक मॉडल को जिम्मेदार बताया है। उनका मानना है कि जिस समय जापान, कोरिया और ताइवान आर्थिक कामयाबी के रास्ते पर थे, हमें नेहरूवादी मॉडल से नुकसान उठाना पड़ा। उनकी आर्थिक नीतियों का ही परिणाम था कि आजादी के शुरुआती दिनों में देश एक फीसद विकास दर भी हासिल नहीं कर सका।

शनिवार को मुंबई भाजपा के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि नेहरू का मॉडल विकास में सहायक नहीं रहा। लंबे समय तक देश की एक फीसद से भी कम आबादी के पास टेलीफोन उपलब्ध था। अन्य देश विकास कर रहे थे, लेकिन भारत नहीं। कुछ लोग विकास के इसी मॉडल की प्रशंसा करते हैं।

जेटली नेहरू पर ही नहीं रुके। उन्होंने आर्थिक सुधारों का श्रेय लूटते रहे पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की नीतियों पर भी जमकर प्रहार किया। जेटली के अनुसार, नरसिम्हा राव भी आर्थिक सुधारों के मसीहा नहीं थे। 1991 में देश की खस्ता हालत के कारण उन्हें आर्थिक नीतियों में परिवर्तन लाना पड़ा।

जेटली ने कहा कि उस समय देश में विदेशी मुद्रा का भंडार खत्म हो रहा था। देश कंगाली की ओर बढ़ रहा था। ऐसे में नेहरू की नीतियों से मुंह मोड़कर उदारवादी अर्थव्यवस्था अपनाना राव की मजबूरी थी। वरना वह भी रूढि़वादी सोच ही रखते थे।

मामले को इस तरह समझाया

-जेटली ने नेहरू की नीतियों से विकास में आई बाधा को टेलीकॉम क्षेत्र से समझाने की कोशिश की।

-आजादी के बाद के 50 वर्षों में सरकार ने टेलीफोन पहुंचाने की जिम्मेदारी अपने पास रखी।

-तब तक एक फीसद से भी कम लोगों के पास टेलीफोन कनेक्शन थे।

-यह व्यवस्था निजी क्षेत्र के हाथों में जाते ही अगले 20 वर्षों में 80 फीसद लोगों के पास टेलीफोन पहुंच गया।

कांग्रेस ने दिया जवाब

नई दिल्ली। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने जवाहरलाल नेहरू पर वित्त मंत्री अरुण जेटली की टिप्पणी का तत्काल जवाब दिया। कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि जेटली का बयान तथ्यों से परे और पक्षपातपूर्ण है। शर्मा ने कहा, 'मैं समझ सकता हूं कि केंद्र की मौजूदा सत्ताधारी पार्टी आजादी के बाद नेहरू की उपलब्धियों के विपरीत है। उनको बताना चाहिए कि उनकी सरकार संप्रग के विकास दर को कायम क्यों नहीं रख सकी?Ó शर्मा ने कहा कि विकास दर इस समय सपाट है। सरकार ने विकास दर गिनती का तरीका ही बदल दिया है। मौजूदा गणना पद्धति पर यदि हमारे समय के विकास दर का आकलन किया जाए, तो वास्तविक तस्वीर सामने आ जाएगी।

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