विदेशी मरीजों के इलाज की गाइडलाइन बनाएगा महाराष्ट्र
सूबे के अस्पतालों में विदेशी मरीजों के इलाज को लेकर महाराष्ट्र सरकार जल्द ही गाइडलाइन बनाएगी।
मुंबई। सूबे के अस्पतालों में विदेशी मरीजों के इलाज को लेकर महाराष्ट्र सरकार जल्द ही गाइडलाइन बनाएगी।
दुनिया की सबसे वजनी महिला रहीं मिस्त्र की इमान अहमद के इलाज को लेकर विवाद होने के चलते सरकार ने यह फैसला लिया है।
इमान की बहन शाइमा ने सैफी अस्पताल के सर्जन डॉक्टर लकड़वाला पर लापरवाही का आरोप लगाया था। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने कहा, "इमान का वजन सर्जरी के बाद जिस तरह से कम हुआ वह गर्व की बात है। यह महाराष्ट्र में मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने का सबसे बेहतरीन उदाहरण है।
हालांकि, इस मामले से बहुत कुछ सीखने को भी मिला। मैं समझता हूं कि चीजों को नकारात्मक होने से बचाने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) की जरूरत है।"
स्वास्थ्य मंत्री ने इस बाबत अधिकारियों को नोट तैयार करने को कहा है। एसओपी में दस्तावेज, मरीज के परिजनों से सूचनाएं साझा करने और संबंधित देश के दूतावास को जानकारी देने में सावधानी बरतने को लेकर दिशा-निर्देश होंगे।
मरीजों को अस्पताल से छुट्टी देने और इलाज के लिए दूसरे देश में स्थानांतरित करने को लेकर भी निर्देश दिए जाएंगे। 498 किलोग्राम वजनी इमान 11 फरवरी को मुंबई के सैफी अस्पताल में भर्ती हुई थीं।
इलाज के लिए गुरुवार को अबुधाबी भेजे जाने से पहले उनका वजन 170 किलो तक पहुंच गया था।