महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध पर दिव्‍यांग और कैंसर रोगियों को भी मिली रेल में यात्रा की अनुमति

महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध पर रेल मंत्रालय ने मुंबई विशेष उपनगरीय सेवाओं के विशेष डिब्बे में दिव्‍यांग और कैंसर रोगियों को यात्रा करने की अनुमति दे दी है लेकिन इस दौरान सभी यात्रियों को कोविड-19 से बचाव के लिए मेडिकल और सामाजिक प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करना होगा।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Wed, 14 Oct 2020 08:21 AM (IST) Updated:Wed, 14 Oct 2020 10:28 AM (IST)
महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध पर दिव्‍यांग और कैंसर रोगियों को भी मिली रेल में यात्रा की अनुमति
मुंबई विशेष उपनगरीय सेवाओं के विशेष डिब्बे में दिव्‍यांग और कैंसर रोगियों को यात्रा की अनुमति

मुंबई, एएनआइ। पश्चिम रेलवे के अनुसार महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध पर रेल मंत्रालय ने दिव्‍यांग और कैंसर रोगियों को रेल के विशेष डिब्‍बे में यात्रा करने की अनुमति दे दी है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) सुमित ठाकुर द़वारा जारी किये गये प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, "8 अक्टूबर को महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध पर, रेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिव्‍यांग और कैंसर रोगियों को मुंबई विशेष उपनगरीय सेवाओं के विशेष डिब्बे में यात्रा की अनुमति दे दी गयी है।"

 प्रेस विज्ञप्ति में आगे लिखा गया है, "राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार, आवश्यक श्रेणी के कर्मचारियों और रेल मंत्रालय द़वारा जिन्‍हें यात्रा करने की अनुमति है उनके अतिरिक्‍त अन्य लोगों से अनुरोध किया जाता है कि वे स्टेशनों पर न जाएं। यह भी अनुरोध है कि रेल में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को कोविड-19 से बचाव के लिए मेडिकल और सामाजिक प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करना होगा। जनता से अनुरोध है कि किसी भी प्रकार अफवाहों पर विश्वास न करें।"

 बीते 7 अक्‍टूबर को मुंबई के डब्‍बेवालों को भी रेल में यात्रा करने की अनुमति मिलने की खबर आयी थी। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर के अनुसार 30 सितंबर को महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी किए गए अनलॉक दिशा-निर्देशों के आधार पर मुंबई के डब्बावालों को लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति प्रदान कर दी गयी थी। रेल मंत्रालय के निर्देशानुसार इस दौरान विदेशी वाणिज्य दूतावासों और उच्च आयोगों के कर्मचारियों को भी लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति दी गई थी।

मुंबई में 5 हजार से अधिक डब्बावाले हैं जो टिफिन डिलीवरी का कारोबार करते हैं। कोरोना महामारी से पहले, वे सामान्य कामकाजी दिनों में दो लाख से अधिक टिफिन विभिन्‍न कार्योलयों में वितरित किया करते थे। टिफिन को समय पर गंतव्य तक पहुंचाने के लिए  उपनगरीय ट्रेनों में यात्रा करते थे। लेकिन ट्रेनों में यात्रा की अनुमति न होने के कारण वह काफी परेशान थे और साइकिलों से ये सेवा दे रहे थे। डब्बावालों की समस्‍या का संज्ञान लेते हुए सरकार ने उन्‍हें यात्रा की अनुमति दे दी। गौरतलब है कि सरकार ने कोरोनोवायरस महामारी को देखते हुए लोकल ट्रेनों पर प्रतिबंध लगा दिया था और केवल आवश्यक सेवा कर्मचारियों को ही लोकल ट्रेनों से यात्रा करने की अनुमति दी गयी थी।

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