श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर के बाहर से ही भक्‍तों ने किए बाप्‍पा के दर्शन, कोरोना के चलते लगा प्रतिबंध

Sri Siddhivinayak Ganapati Temple मुंबई के प्रसिद्ध श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर में आज गणेश अंगारकी चतुर्थी के खास अवसर पर काफी संख्‍या में एकत्रित हुए और बाहर से ही बाप्‍पा के दर्शन किए दरअसल कोरोना संक्रमण के मामलों को बढ़ते देख ऑफलाइन दर्शन की अनुमति नहीं है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 07:56 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 08:10 AM (IST)
श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर के बाहर से ही भक्‍तों ने किए बाप्‍पा के दर्शन, कोरोना के चलते लगा प्रतिबंध
भक्‍तों ने श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर के बाहर से ही प्रार्थना कर बाप्‍पा का आशीर्वाद लिया।

मुंबई, एएनआइ। गणेश अंगारकी चतुर्थी (Angarki Chaturthi) के खास अवसर पर भक्‍तों ने श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर (Sri Siddhivinayak Ganapati Temple) के बाहर से ही प्रार्थना कर बाप्‍पा का आशीर्वाद लिया। दरअसल राज्‍य में और खासकर मुंबई में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए  प्रतिबंध लगाए गए हैं। मंदिर में केवल पूर्व जारी क्यूआर कोड पर ही अनुमति दी गई है, बता दें कि आज भक्‍तों को ऑफलाइन दर्शन की अनुमति नहीं है। बता दें कि  सिद्धिविनायक मंदिर शहर के प्रभादेवी इलाके में स्थित है। कोरोना संक्रमण के कारण  पिछले साल कई महीनों तक मंदिर बंद रहा था। नवंबर में इसे फिर से भक्‍तों के लिए खोल दिया गया था।

गौरतलब है कि मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई भागों में बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा दर्ज किया जा रहा है। जिसे देखते हुए 1 मार्च से नई व्‍यवस्‍था लागू की गई है जिसके चलते दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होगा। इस माह से केवल ऑनलाइन पंजीकरण करवाने वाले भक्‍त ही बाप्‍पा के दर्शन कर पाएंगे। मंदिर परिसर में एक घंटे में केवल सौ भक्‍त ही जा पाएंगे।  बता दें कि इससे पहले दर्शन के लिए पंजीकरण न करवाने वाले भक्‍तों को  क्यूआर कोड जारी किए जाते थे। इसके बाद ही भक्‍त मंदिर परिसर में दाखिल हो सकते थे। लेकिन एक मार्च से नियम बदल दिए गए हैं। अगला आदेश मिलने तक पहले से पंजीकरण नहीं कराने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रत्‍येक घंटे में मात्र 100 भक्‍त ही मंदिर में प्रवेश कर पाएंगे।  भक्‍तों को सुबह सात बजे से रात नौ बजे के बीच बाप्‍पा के दर्शन  की अनुमति होगी। 

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