Article 370: महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस का रुख

Article 370. अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस का आधिकारिक रुख महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Wed, 07 Aug 2019 08:07 PM (IST) Updated:Wed, 07 Aug 2019 08:07 PM (IST)
Article 370: महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस का रुख
Article 370: महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस का रुख

मुंबई, ओमप्रकाश तिवारी। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से चंद दिनों पहले संसद में अनुच्छेद 370 पर दिखा कांग्रेस का आधिकारिक रुख महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया है। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं लगता है कि भाजपा और शिवसेना इस मुद्दे का इस्तेमाल भी चुनाव में उनके खिलाफ करेंगी और उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ेगा।

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मुद्दे पर राज्यसभा और लोकसभा में कांग्रेस के नेताओं ने सरकार विरोधी रुख अपनाया। लेकिन कांग्रेस के कई युवा नेता अपनी ही पार्टी की इस लाइन के खिलाफ जाते दिखे। उनमें मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा भी एक थे। देवड़ा ट्वीट कर सरकार के फैसले का स्वागत करते दिखाई दिए थे।

इसी प्रकार मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह भी अगले दिन यह कहते नजर आए कि भारत का नागरिक होने के नाते मैं जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने के फैसले का स्वागत करता हूं। उनके अनुसार, कश्मीर में अलग संविधान और अलग झंडे का अस्तित्व बिल्कुल सही नहीं था। इसी प्रकार मीरा-भायंदर कांग्रेस के प्रवक्ता राजकुमार मिश्र भी मोदी सरकार के फैसले का स्वागत करते दिखे। उन्होंने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू का भी मानना था कि अनुच्छेद 370 अस्थाई व्यवस्था है और समय आने पर इसका समाधान अपने आप हो जाएगा। मिश्र का कहना है कि देशहित के मुद्दे पर सरकार का समर्थन करने में कोई बुराई नहीं, लेकिन गृहमंत्री अमित शाह ने सबको भरोसे में लेकर यह कदम उठाया होता, तो और अच्छा होता।

गौरतलब है कि हाल के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-राकांपा को सूबे में करारी हार का सामना करना पड़ा है। राकांपा को चार सीटें मिली हैं तो कांग्रेस को एक सीट से ही संतोष करना पड़ा है। लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस और राकांपा के नेताओं की भाजपा और शिवसेना की ओर भगदड़ शुरू हो चुकी है। अब तक कांग्रेस और राकांपा के अच्छे जनाधार वाले कई विधायक भाजपा और शिवसेना में आ चुके हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस इन दिनों 24 दिनों की महाजनादेश यात्रा पर हैं। वह अपनी यात्रा की शुरुआत करते हुए अमरावती में कह चुके हैं कि दूसरी पार्टी से आनेवाले योग्य लोगों का स्वागत किया जाएगा।

इसी बीच, भाजपानीत केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 समाप्त करने का निर्णय लेने के कारण महाराष्ट्र में भाजपा के पक्ष में माहौल और मजबूत हो गया है। दूसरी ओर, कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं द्वारा संसद में अनुच्छेद 370 समाप्त करने के विरोध में दिए गए भाषण महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं के गले की हड्डी बन गए हैं। वह इस मुद्दे पर आम जनता के बीच जवाब नहीं दे पा रहे हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री फड़नवीस अपनी महाजनादेश यात्रा के दौरान अब इस मुद्दे पर भी कांग्रेस-राकांपा को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।  

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी