राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए अभिनेता शशि कपूर

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Tue, 05 Dec 2017 09:40 AM (IST) Updated:Tue, 05 Dec 2017 04:21 PM (IST)
राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए अभिनेता शशि कपूर
राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए अभिनेता शशि कपूर

मुंबई, प्रेट्र/आइएएनएस। मुंबई के सांताक्रूज में शशि कपूर के पार्थिव शरीर का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके शव को तिरंगे में लपेटा गया उसके बाद पुलिस ने तीन बंदूक की सलामी दी। शशि कपूर के निधन के साथ ही कपूर खानदान की दूसरी पीढ़ी का भी अंत हो गया। फिल्म अभिनेता शशि कपूर ने कल सोमवार को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में शाम 5.20 बजे अंतिम सांस ली थी। अंतिम संस्कार के लिए उनके बच्चों संजना और करण कपूर का इंतजार किया जा रहा था। अमेरिका से मुंबई लौटते ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।   

अपने खास अंदाज से हिंदी सिने जगत पर दशकों तक राज करने वाले बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता शशि कपूर का सोमवार शाम निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। उन्होंने मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें कई वर्षों से किडनी की समस्या थी। 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है। कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर राम नारायण ने बताया कि उनकी मृत्यु शाम 5.20 बजे हुई। दिवंगत राज कपूर के पुत्र और उनके भतीजे रणधीर कपूर ने बताया कि वह कई वर्षों से डायलिसिस पर थे।

#ShashiKapoor was wrapped in tricoulour and given a 3-gun salute by Police at his last rites ceremony at Santacruz crematorium in Mumbai (mobile visuals) pic.twitter.com/9b0Za3GUNd

— ANI (@ANI) December 5, 2017

अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल ने उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, 'कपूर्स की उस पीढ़ी का अंतिम व्यक्ति भी चला गया। एक सज्जन व्यक्ति और दोस्त चला गया। एक युग खत्म हो गया...' हिंदी सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले पृथ्वीराज कपूर के घर 18 मार्च, 1938 को जन्मे शशि कपूर पृथ्वीराज की चार संतानों में सबसे छोटे थे।

जाहिर है कि अभिनय उन्हें विरासत में मिला था। वह बॉलीवुड में 70 और 80 के दशक में एक रोमांटिक अभिनेता के तौर पर अपनी पहचान बना चुके थे। उन्होंने अंग्रेजी नाटकों की अभिनेत्री जेनिफर केंडल से विवाह किया था। उनकी तीन संतानें कुणाल, करण और संजना कपूर हैं।

चार साल की उम्र से अभिनय

उन्होंने चार साल की उम्र में ही नाटकों में काम करना शुरू कर दिया था। शशि कपूर को 'आग' और 'आवारा' जैसी फिल्मों में बाल कलाकार के तौर पर अभिनय के लिए भी जाना जाता है। 1961 में वह फिल्म 'धर्मपुत्र' से बतौर अभिनेता बड़े पर्दे पर आए।

कई सम्मान मिले 

शशि कपूर ने अपने कॅरिअर में 116 से अधिक फिल्मों में काम किया। इसमें से 61 फिल्मों में वह बतौर अभिनेता बड़े पर्दे पर आए और करीब 55 मल्टीस्टारर फिल्मों का हिस्सा बने। 'दीवार' फिल्म का उनका डायलॉग 'मेरे पास मां है' आज भी लोगों की जुबान पर रहता है। महानायक अमिताभ बच्चन के साथ उनकी जोड़ी को खूब सराहना मिली थी। 2011 में उन्हें पद्म भूषण और 2015 में प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

ऋषि कपूर ने स्थगित की शूटिंग

अपने चाचा शशि कपूर के निधन की सूचना मिलते ही अभिनेता ऋषि कपूर ने दिल्ली में अपनी फिल्म 'राजमा चावल' की शूटिंग स्थगित कर दी। वह उनके अंतिम संस्कार में सम्मिलित होने के लिए मुंबई पहुंच रहे हैं।

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