आदर्श ने फांसी नहीं लगाई, उसकी हत्या का प्रयास किया गया है

By Edited By: Publish:Fri, 29 Aug 2014 05:44 AM (IST) Updated:Fri, 29 Aug 2014 02:07 AM (IST)
आदर्श ने फांसी नहीं लगाई, उसकी हत्या का प्रयास किया गया है

ग्वालियर/ नई दिल्ली। दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती सिंधिया स्कूल के छात्र आदर्श सिंह की तबियत गुरुवार को बिगड़ गई है। डॉक्टर्स को आदर्श के दिमाग में इंफेक्शन मिला है। यह कहना है कि छात्र के चाचा बृजेश कुमार सिंह का। अस्पताल में रिपोर्टर से बातचीत में छात्र के पिता और बिहार के सहकारिता मंत्री जय कुमार सिंह ने ग्वालियर जिला प्रशासन और पुलिस पर मामले को दबाने को आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आदर्श सिंह ने फांसी नहीं लगाई। स्कूल में उसकी हत्या का प्रयास किया गया है। हत्या के साक्ष्य छिपाए जा रहे हैं। वे कहते हैं कि बेटा स्वस्थ्य हो जाए, इसके बाद आरोपियों को सजा दिलाऊंगा।

20 अगस्त को सिंधिया स्कूल के जयाजी हाउस में छात्र आदर्श बेहोशी की हालत में मिला था, जिसे 21 अगस्त की रात को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में रैफर कर दिया गया था, जहां आठ दिन से उसका इलाज चल रहा है। गुरुवार को अस्पताल पहुंचे रिपोर्टर को आदर्श के चाचा ने बताया कि बुधवार को आदर्श की हालत में सुधार था लेकिन गुवार को स्थिति बिगड़ गई है। डॉक्टर्स का कहना है कि छात्र के दिमाग में इंफेक्शन मिला है।

हत्या का प्रयास हुआ है स्कूल में

अस्पताल में मौजूद बिहार के सहकारिता मंत्री जयकुमार सिंह ने नईदुनिया को बताया कि स्कूल के उनके बेटे की हत्या करने का प्रयास किया गया है। आदर्श ने फांसी नहीं लगाई है। इस बात की पुष्टि अपोलो अस्पताल के डॉक्टर्स भी कर रहे हैं। डॉक्टर्स ने उनको बताया कि फांसी लगाने पर छात्र की स्पाइनल कॉर्ड ब्रेक होती लेकिन ऐसा नहीं है। श्री सिंह ने कहा कि आदर्श के गले के अगले हिस्से में काला निशान मिला है। जिससे डॉक्टर्स को लगता है कि किसी ने कप़़डे से गला घोंटने की कोशिश की है।

झूठ बोलता रहा स्कूल प्रबंधन

आदर्श के परिजन का कहना है कि स्कूल प्रबंधन घटना वाले दिन से लगातार झूठ बोल रहा है। घटना के तत्काल बाद स्कूल से फोन आया और हमसे पूछा गया कि आदर्श को मिर्गी की प्राब्लम तो नहीं है। मना करने पर स्कूल ने बताया कि आदर्श बेहोशी की हालत में मिला है। लगता है उसके खाने में कुछ चला गया है।

इलाज कराने में सक्षम हूं

मंत्री जयकुमार सिंह ने बताया कि आदर्श को अस्पताल में देखने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आए थे। उन्होंने बेटे के इलाज में हर संभव मदद की बात कही थी। मैंने उन्हें साफ कह दिया, बेटे का इलाज कराने में मैं सक्षम हूं।

मां ने आठ दिन से कुछ नहीं खाया, मंदिरों में चल रहें जाप

घटना के बाद से छात्र आदर्श की मां पूजा सिंह ने कुछ नहीं आया है। वे भूखी प्यासी आईसीयू के बाहर निकलने वाले डॉक्टर्स से यही पूछती हैं, अब उनका आदर्श कैसा है। पिता भी बेटे के स्वास्थ्य में आ रहे उतार-चढ़ाव को लेकर परेशान हैं। परिजन ने बताया कि आदर्श के पूरी तरह से अच्छा होने को लेकर देश भर एक सैकड़ा से अधिक मंदिरों में पूजा अर्चना और जाप चल रहे हैं।

सिंधिया स्कूल प्रबंधन में होगा बड़ा फेरबदल

ग्वालियर। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिंधिया स्कूल के चेयरमेन ज्योतिरादित्या सिंधिया भी अपने स्तर पर पता लगा रहे हैं कि कहां और किस स्तर पर चूक हुई है, जिसके कारण आदर्श आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर हो गया। स्कूल संचालन समिति ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए ब़़डे फेरबदल के संकेत दिए हैं। स्कूल में रैंगिग को जीरो टॉलरेंस पर लाया जाएगा। शासन व प्रशासन के नियमों का का पालन कराए जाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

सिंधिया स्कूल फोर्ट की गिनती देश के प्रमुख स्कूलों में होती है। स्कूल में संपूर्ण देश से ही नहीं आस-पास के देशों से भी बच्चे पढ़ने आते हैं। आदर्श भी यहां बिहार से पढ़ने के लिए आया था। सीनियरों से प्रताड़ित 9वीं के छात्र आदर्श की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेने के कारण वह फांसी लगाकर सुसाइड करने के लिए मजबूर हुआ। इस घटना से स्कूल प्रबंधन पर उठीं अंगुलियों से स्कूल की सवा सौ साल पुरानी प्रतिष्ठा को गहरा धक्का लगा है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने गंभीरता से लिया मामला

स्कूल के चेयरमेन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पूरे घटनाक्रम को गंभीरता से लिया है। वह अपने स्तर भी इस बात का पता लगा रहे हैं कि किस स्तर पर चूक हुई है। जिसने भी चूक की है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अगले माह तक स्कूल प्रबंधन में बड़ा फेरबदल हो सकता है।

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