Madhya Pradesh: आसाराम के आश्रम पर जमीन हड़पने का केस दर्ज कराने वाला बुजुर्ग लापता
Madhya Pradesh आसाराम के मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिला स्थित आश्रम के खिलाफ जमीन हड़पने का केस दर्ज कराने वाले 60 वर्षीय छगन भगत जमरा संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हैं। वे इसी मामले को लेकर छह जनवरी को हाई कोर्ट मध्य प्रदेश की इंदौर पीठ में सुनवाई पर गए थे।
अलीराजपुर, जेएनएन। दुष्कर्म के मामले के दोषी आसाराम के मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिला स्थित आश्रम के खिलाफ जमीन हड़पने का केस दर्ज कराने वाले 60 वर्षीय छगन भगत जमरा संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हैं। वे इसी मामले को लेकर छह जनवरी को हाई कोर्ट मध्य प्रदेश की इंदौर पीठ में सुनवाई पर गए थे। उसके बाद से वह घर नहीं लौटे। उनका कहीं पता भी नहीं चल रहा है। स्वजन ने इंदौर के संयोगितागंज थाने में उनकी गुमशुगदगी दर्ज कराई है। आशंका जताई है कि जमीन विवाद को लेकर आश्रम के लोगों ने ही उनका अपहरण किया है। आदिवासी समाज ने भी कहा है कि अगर त्वरित जांच नहीं हुई तो समाज आंदोलन करेगा। मामला आलीराजपुर मुख्यालय से सटे ग्राम लखनकोट में स्थित जमीन का है। गांव के छगन भगत जमरा ने साल 2005 में अपनी खेती की जमीन आश्रम के लिए दान में दी थी।
जानें, क्या है मामला
छगन के पुत्र राजू जमरा ने बताया कि जमीन आश्रम के धार्मिक कामों के लिए दी गई थी। हालांकि जब सदुपयोग होते नहीं देखा तो करीब तीन साल पहले जमीन वापस मांगी गई थी। इस पर आश्रम से जुड़े स्थानीय लोगों ने इन्कार कर दिया था। इसके बाद कलेक्टर कोर्ट में केस किया था। यहां से फैसला छगन भगत के पक्ष में आया था। दूसरे पक्ष ने इंदौर हाई कोर्ट में अपील कर स्थगन प्राप्त कर लिया था। इसकी सुनवाई अभी चल रही है। छह जनवरी को तारीख होने पर भगत अपने वकील के साथ वाहन से इंदौर गए थे। इसके बाद से ही उनका कुछ भी पता नहीं चल रहा है। स्वजन के अनुसार, वकील ने बताया कि वे भगत को इंदौर के नेहरू स्टेडियम के पास छोड़कर वाहन का कुछ काम कराने गए थे। वापस लौटे तो उनका कुछ भी पता नहीं चला। जानकारी मिलते ही स्वजन भी इंदौर पहुंचे तथा पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू की है।