कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में तेजी से संक्रमित हो रहे हैं बच्चे, 25 फीसद बच्चों में है ये लक्षण

अस्पतालों की ओपीडी में 18 साल से कम उम्र के बच्चे भी पहुंच रहे हैं। इनमें 25 फीसद बच्चों में सर्दी-जुकाम खांसी व बुखार के लक्षण हैं। इन्हें ओपीडी में घर में ही होमआइसोलेट रहने की सलाह दी जा रही है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 10:36 AM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 10:41 AM (IST)
कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में तेजी से संक्रमित हो रहे हैं बच्चे, 25 फीसद बच्चों में है ये लक्षण
कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में तेजी से संक्रमित रहे हैं बच्चे,

ग्वालियर, जेएनएन । भोपाल में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमण का दायरा तेजी से फैल रहा है। मालूम हो कि कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में बच्चे तेजी से आ रहे हैं। उन्हें सर्दी-जुकाम, कफ वाली खांसी और तेज बुखार के लक्षण भी हैं, इसके बावजूद बच्चे घर पर रहकर ही दो से तीन दिन में कोरोना हराकर स्वस्थ हो रहे हैं। जिले में पिछले 24 दिन में 463 बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें किसी को भी अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ी।

मालूम हो कि अस्पतालों की ओपीडी में 18 साल से कम उम्र के बच्चे भी पहुंच रहे हैं। इनमें 25 फीसद बच्चों में सर्दी-जुकाम, खांसी व बुखार के लक्षण हैं। इन्हें ओपीडी में घर में ही होमआइसोलेट रहने की सलाह दी जा रही है। डाक्टरों के अनुसार राहत की बात यह है कि वायरस इस बार गले से नीचे नहीं उतर रहा, इसलिए फेफड़ों पर कोई प्रभाव भी नहीं डाल रहा है।

शिशु रोग विशेषज्ञ का कहना है कि बच्चे बीमार तो पड़ रहे हैं, उन्हें तेज बुखार व कफ के साथ खांसी की शिकायत भी आ रही है। वह अस्पताल में भर्ती हुए बिना घर पर ही दो-तीन दिन उपचार लेकर ठीक हो रहे हैं। अब तक किसी भी बच्चे का सीटी स्कैन व एक्सरे तक कराने की जरूरत महसूस नहीं हुई। मरीज को भर्ती नहीं करना पड़ा तो आक्सीजन की जरूरत भी नहीं पड़ी। तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक बताई जा रही थी। बच्चे संक्रमित तो हो रहे हैं, लेकिन इनमें से किसी भी बच्चे को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ी।

डाक्टरों का कहना है रोग से लड़ने के लिए बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है, इसीलिए वह कोरोना को आसानी से मात दे रहे हैं। हालांकि बच्चों को सुरक्षित रखने विशेष सावधानी की जरूरत है। सर्दी-जुकाम, खांसी-बुखार से पीड़ित बुजुर्ग बच्चों के संपर्क में न आएं, आवश्यकता है।

यह सावधानी रखें

- बच्चों में बीमारी के लक्षण आने पर तत्काल डाक्टर से परामार्श लें।

- अभिभावक बिना परामर्श के बच्चों को दवाओं का सेवन न कराएं।

- बच्चों को सर्दी से बचाएं। खुले मैदान में जाने से रोकें।

- चेहरे पर मास्क जरूरी लगाएं, सैनिटाइजर का उपयोग करें।

18 दिन में निकले 6023 संक्रमित

आयु वर्ग संक्रमित

0 से 18  463

19 से 50  4193

50 से अधिक 1367 

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