माधुरी ने मान रखा: सुमित्रा महाजन

भोपाल [ब्यूरो]। सिने अभिनेत्री माधुरी दीक्षित अच्छी नृत्यांगना के साथ अदाकारा भी हैं, इन्होंने फिल्म

By Edited By: Publish:Sun, 21 Dec 2014 05:27 AM (IST) Updated:Sun, 21 Dec 2014 03:28 AM (IST)
माधुरी ने मान रखा: सुमित्रा महाजन

भोपाल [ब्यूरो]। सिने अभिनेत्री माधुरी दीक्षित अच्छी नृत्यांगना के साथ अदाकारा भी हैं, इन्होंने फिल्मों में मराठी संस्कृति को ध्यान में रखते हुए अभिनय किए हैं। इससे समाज का मान भी बढ़ा है। वहीं दूसरी मराठी अभिनेत्री [राखी सावंत का नाम लिए बगैर] ने फिल्मों में छोटे कप़़डे पहन कर जिस तरह रोल किए हैं, उससे समाज का मान गिरा है।

यह बात लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शनिवार को राजधानी में आयोजित वृहन्न महाराष्ट्र मंडल अधिवेशन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मराठी लोग संस्कृति बचा रहे हैं। हम जहां भी जाते हैं अपनी छाप छो़़डते हैं। हमें इसे कायम रखना है। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फ़़डनवीस ने कहा कि मराठी भाषा पर हमें अभिमान करना चाहिए, लेकिन इसे विवाद का विषय बनाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की राजधानी पहले नागपुर हुआ करती थी। उसके अलग होने से भोपाल को राजधानी बनाया गया।

फड़नवीस ने दिया न्यौता

मुख्यमंत्री फड़नवीस ने कहा कि हिन्दू स्वराज्य के लिए अंतिम समय तक अपना सब कुछ अर्पण करने वाले छत्रपति शिवाजी की सबसे विशाल प्रतिमा अरब सागर में स्थापित करने जा रहे हैं। इसका भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों कराया जाएगा। फ़़डनवीस ने मप्र के नागरिकों को इस कार्यक्रम का न्यौता भी दिया। उन्होंने कहा कि देश में शिक्षा का बीजारोपण महाराष्ट्र से ही हुआ है। वह बोले कि मेक इन इंडिया की तर्ज पर मेक इन महाराष्ट्र के लिए जल्दी ही अभियान चलाया जाएगा। कार्यक्रम के बाद फ़़डनवीस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और विधायक विश्वास सांरग के निवास भी पहुंचे। सारंग के निवास पर प्रदेश के मंत्रीद्वय कैलाश विजयवर्गीय व रामपाल सिंह सहित ब़़डी संख्या में भाजपा नेता भी मौजूद थे।

बाजीराव का भव्य स्मारक बनेगा

वृहन्न महाराष्ट्र मंडल अधिवेशन में पीडब्ल्यूडी मंत्री सरताज सिंह ने कहा कि खंडवा और खरगोन में स्थापित बाजीराव पेशवा के स्मारक को भव्य स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाजीराव ने हिन्दू साम्रज्य की स्थापना की थी। मंत्री सिंह ने कहा कि जिस तरह मोदी को औपचारिक तौर पर प्रधानमंत्री बनने से पहले ही पब्लिक ने पीएम मान लिया थो उसी प्रकार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फ़़डनवीस को वहां की जनता ने पहले से ही भावी सीएम के रूप में स्वीकार कर लिया था।

प्रतिमाओं की तुलना न करें

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फड़नवीस ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल और छत्रपति शिवाजी दोनों की प्रतिमाएं भव्य और विशाल बनेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों प्रतिमाओं की तुलना करना ठीक नहीं है। महाराष्ट्र बांध घोटालों की जांच के संदर्भ में चर्चा होते ही वह बोले कि हमने एसआईटी बनाई है। इसकी जानकारी महाराष्ट्र हाईकोर्ट को भी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि पुरानी सरकार के सभी निर्णयों की जांच की जाएगी।

नेता प्रतिपक्ष मामले पर नहीं बोलूंगी

लोकसभा में कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष का पद देने के सवाल पर अध्यक्ष श्रीमती महाजन ने कहा कि वैसे तो नियमानुसार यह नहीं किया जा सकता है। एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं नियमों से बंधी हूं। इसलिए इस मुद्दे पर अभी कोई बात करना ठीक नहीं। शून्यकाल में नए सांसदों को मौका दिए जाने पर उन्होंने कहा कि कोशिश कर रही हूं कि शून्यकाल भी गुणवत्ता परक हो जाए। यही मौका होता है जब नए सांसद अपनी बात रखते हैं। शीतकालीन सत्र में चल रहे तृणमूल कांग्रेस के विरोध को उन्होंने सामान्य बताया।

मां हूं, प्रेम से समझाती हूं..

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि मैं मां हूं न, इसलिए सभी को उसका फायदा मिलता है। बच्चे घर में ही समझते हैं। मारपीट तो कर नहीं सकती, इसलिए प्रेम से समझाती हूं। सबसे ब़़डी भी हूं। उन्होंने कहा कि हाऊस में पक्ष और विपक्ष कुछ नहीं होता। सबको अपनी बात कहनी और रखनी है। वे राष्ट्रहित में ही बात करते हैं।

श्रीमती महाजन ने बताया कि आने वाले समय में जल्द ही पेपरलेस व्यवस्था लागू की जाएगी। सभी सांसदों को आईपेड व लेपटॉप दिया जा चुका है। इसलिए संसद के सीमित एरिया में नेट कनेक्टिविटी भी दी जाएगी, ताकि सदन की कार्यसूची के साथ सारा काम ऑनलाइन हो सके। अभी संसद के लाइब्रेरी वाले कुछ हिस्से में वाई-फाई की सुविधा है।

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