कोयलांचल से पत्थरांचल तक कांटे का मुकाबला

धनबाद, [श्याम किशोर चौबे]। ये पंक्तियां पाठकों तक पहुंचने के पहले फैसले की एक रात बीत चुकी होगी। तब तक धनबाद से लेकर गोड्डा, दुमका और राजमहल तक की चुनावी राजनीति में कई खेल हो चुके होंगे। फैसले की दूसरी और अंतिम रात बीतने के तुरंत बाद बृहस्पतिवार को ईवीएम में वोट समाने लगेंगे। झारखंड में अंतिम दौर के लोकसभा चुना

By Edited By: Publish:Wed, 23 Apr 2014 01:45 PM (IST) Updated:Wed, 23 Apr 2014 01:57 PM (IST)
कोयलांचल से पत्थरांचल तक कांटे का मुकाबला
कोयलांचल से पत्थरांचल तक कांटे का मुकाबला

धनबाद, [श्याम किशोर चौबे]। ये पंक्तियां पाठकों तक पहुंचने के पहले फैसले की एक रात बीत चुकी होगी। तब तक धनबाद से लेकर गोड्डा, दुमका और राजमहल तक की चुनावी राजनीति में कई खेल हो चुके होंगे। फैसले की दूसरी और अंतिम रात बीतने के तुरंत बाद बृहस्पतिवार को ईवीएम में वोट समाने लगेंगे। झारखंड में अंतिम दौर के लोकसभा चुनाव में इन चारों सीटों के अलग-अलग रंग हैं। मुसलमानों की 16 से 36 फीसद तक आबादी तो एक कारण है ही, इन क्षेत्रों के मन-मिजाज और तासीर में भी अंतर है। धनबाद एक तरह से शहरी क्षेत्र है तो दुमका में ग्रामीण पुट अधिक है।

धनबाद सीट पर भाजपा प्रत्याशी सांसद पीएन सिंह को वास्तव में कौन चुनौती दे रहा है, यह कहना अभी भी थोड़ा कठिन है। कारण मुस्लिम मत तो हैं ही, सवर्ण मतदाताओं का भी वही हाल है। इनके ध्रुवीकरण की कोशिशें पदयात्रा के ही दौर में तय होंगी। उसके बाद ही कांग्रेस के अजय दुबे, टीएमसी के चंद्रशेखर उर्फ ददई दुबे, मासस के आनंद महतो और झाविमो के समरेश सिंह का भविष्य तय होगा। रातोंरात वोटरों का मिजाज बदल देने का यह दौर है, जो बुधवार की शाम तक स्पष्ट होगा।

गोड्डा में भाजपा प्रत्याशी सांसद निशिकांत दुबे ने खुली सांस लेने की कोशिश के तहत हालांकि देवघर के पंडाओं को तो मना लिया लेकिन जरमुंडी के पंडित अभी भी सवाल हैं। कांग्रेस के फुरकान अंसारी के लिए यूपीए फोल्डर के घटक झामुमो नेता और मंत्री हाजी हुसैन अंसारी सिरदर्द पैदा कर रहे हैं। निशिकांत ने इस चुनाव में लक्जरी वाहन त्याग जिस प्रकार दोपहिया की सवारी तेज की, गुजरे पांच वर्षो में इसका आधा भी किया होता तो मोदी लहर उनको फरकट वोटों के भरोसे नहीं छोड़ती। पड़ाव पर नंबर लगाए यात्री वाहनों को गच्चा देकर पैसेंजर ले उड़ने वाले वाहनों के समान ही फरकट वोट हैं। इनको फैसले की भांति आनन-फानन में मना-पटा लिया जाता है। इसके तरीके से कोई अनजान नहीं। वोटों को उड़ान भराने के इस दौर में झाविमो के प्रदीप यादव आधार वोटों पर ही आधारित रह गए तो उनको अफसोस करना पड़ेगा।

दुमका का हाल यह कि झामुमो के जिस शिबू सोरेन ने 2008 में एनोस एक्का को मंत्रिपरिषद से निकाल बाहर किया था, उनका भी सहारा लेना पड़ रहा है। दो दिनों से दुमका क्षेत्र में शिबू पुत्र हेमंत सोरेन के साथ एनोस की मौजूदगी केवल हैरानी पैदा कर रही है। उरांव और संताल में काफी फर्क होता है लेकिन ईसाई मतों के सवाल पर एनोस के सिवाय चारा क्या था? ऐन वक्त पर कांग्रेस छोड़ 'कंघी' थाम चुके स्टीफन को बाबूलाल यूं ही सीने से लगाए नहीं फिर रहे। सवाल मुस्लिम और मांझी मतों का है। जिसके पास ये थोक में गए, उसकी गोटी लाल। अधिक बांटा-बांटी हुई तो भाजपा के सुनील सोरेन का वामनावतार संभव हो सकेगा। पत्थर-पहाड़ों के लिए चर्चित राजमहल में विजय हांसदा और हेमलाल मुमरू दल बदलवा कर क्रमश: झामुमो और भाजपा के दिल में बसाए गए हैं। भितरघात दोनों तरफ है किंतु झाविमो के डॉ. अनिल मुमरू तीसरे कोण पर खड़े नजर आते हैं। इस क्षेत्र में सबसे अधिक प्राय: 36 फीसद मुसलमान हैं, जबकि ईसाइयों की भी खासी तादाद है। झामुमो के साइमन मरांडी बागी हो चुके हैं लेकिन विजय के साथ उनके पिता स्वर्गीय थॉमस हांसदा की पहचान भी जुड़ी हुई है। अब सवाल नमो का। इन चारों लोकसभा क्षेत्रों में उनका वही असर नहीं, जो पलामू, चतरा या खूंटी में था। इन चार में से तीन सीटें संताल बहुल हैं। संताल-पहाड़िया और अन्य जनजातियों में अंतर होता है। सवाल शिक्षा और सोच का भी है। जहां शिक्षा की कमी होती है, वहां केवल चुनाव चिह्न् देखा जाता है। बहुत हुआ तो पैसा, दारू और मुर्गा बोलता है। राजनेता बोलें चाहे जितना लेकिन शिक्षा के प्रसार पर जोर कम देते हैं। इसका कारण समझाने की अब जरूरत नहीं।

61 लाख मतदाता करेंगे भाग्य का फैसला

तीसरे चरण में कुल 61,04,050 मतदाता 72 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 28,84,434 महिला मतदाता भी शामिल हैं। इसके लिए 7,456 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। बृहस्पतिवार को चार सीटों पर हो रहे चुनाव में सबसे अधिक 31 प्रत्याशी धनबाद से अपनी किस्तम अजमा रहे हैं। गोड्डा से 16, दुमका से 14 और राजमहल से 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। राज्य में तीसरे और अंतिम चरण के मतदान के लिए 45 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।

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