Geminid Meteor Shower 2020: आज रात भारत में होगी उल्कापिंडों की बारिश, जानें-कब देख सकेंगे

खगोलशास्त्रियों की मानें भारत में रात के दो बजे उल्कापिंड बारिश दिखाई देगी। इस खगोलीय घटना को देखने के लिए आपको एक घंटे तक यानी रात के तीन बजे तक इंतजार करना पड़ सकता है। इसके लिए गर्म कपड़ें पहनें।

By Umanath SinghEdited By: Publish:Sun, 13 Dec 2020 04:10 PM (IST) Updated:Sun, 13 Dec 2020 04:10 PM (IST)
Geminid Meteor Shower 2020: आज रात भारत में होगी उल्कापिंडों की बारिश, जानें-कब देख सकेंगे
खगोलशास्त्रियों की मानें, भारत में रात के दो बजे उल्कापिंड बारिश दिखाई देगी।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Geminid Meteor Shower 2020:  कोरोना वायरस महामारी से आम जनजीवन पर प्रतिकूल असर पड़ा है। वहीं, पर्यावरण और नभमंडल पर अनुकूल असर पड़ा है। इससे हवा शुद्ध हो गई है। नदियों का पानी साफ़ हो गया है। वहीं, वायुमंडल के प्रदूषण मुक्त होने के चलते आकाश में होने वाली सभी घटनाओं को पृथ्वी से साफ़ देखा जा सकता है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण 13 और 14 दिसंबर की रात को देखने को मिलेगा। जब, आकाश में उल्का वर्षा होगी, जिसे अंग्रेजी में  Geminid Meteor Shower कहा जाता है। अगर आपको Geminid Meteor Shower के बारे में नहीं पता है, तो आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-

Geminid Meteor Shower क्या है

तारामंडल से गिरने वाले पिंड को उल्कापिंड कहा जाता है। ये उल्कापिंड कस्टोर तारे की दिशा से निकलेंगे। Castor and Pollux जुड़वां नक्षत्र तारे हैं। इन तारों से ही Geminid Meteor Shower होने वाली है। अगर आप भारतीय हैं और Geminid Meteor Shower का साक्षी बनना चाहते हैं, तो आज रात देख सकते हैं। जानकारों की मानें तो आज भूमध्य रेखा के उत्तर में स्थित जगहों पर उल्कापिंड की बारिश देख सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको धैर्य रखने की जरूरत है, क्योंकि तेज रोशनी में उल्का पिंड की बारिश नहीं दिखाई देगी।

कब दिखाई देगी Geminid Meteor Shower

खगोलशास्त्रियों की मानें, भारत में रात के दो बजे उल्कापिंड बारिश दिखाई देगी। इस खगोलीय घटना को देखने के लिए आपको एक घंटे तक यानी रात के तीन बजे तक इंतजार करना पड़ सकता है। इसके लिए गर्म कपड़ें पहनें।

उल्कापिंड बारिश का इतिहास

नासा की मानें तो सबसे पहले उल्कापिंड की बारिश 1862 में देखी गई थी। जब प्रति घंटे एक दर्जन उल्कापिंडों को गिरते देखा गया था। हालांकि, 2020 में इस बार प्रति घंटे 120-150 जेमिनीड उल्का पिंडों को देखा जा सकता है। इनके रंग पीले और चमकीले होते हैं।

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