भारत के खूबसूरत चाय बागान जीत लेंगे आपका दिल, ट्रिप कर लीजिए प्लान
असम भारत के उत्तरपूर्व में स्थित है और भारत का सबसे बड़ा चाय उत्पादक राज्य है. मॉल्टी असमिया चाय अधिकतर ब्रह्मपुत्र घाटी में उगाई जाती है.
हम में से ज्यादातर लोग ऐसे हैं, जो चाय पीने के शौकीन हैं. ऐसे में उन्हें चाय की महक भी पसंद होती है, अगर आप भी उन लोगों में से एक हैं, तो आपको बताते है घूमने-फिरने की ऐसी जगहों के बारे में जहां जाकर आपका मूड फ्रेश हो जाएगा. आज हम आपको बता रहे हैं भारत के खूबसूरत चाय बागानों यानि टी गार्डन के बारे में, जहां जाकर आपको प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलेगी.
दार्जिलिंग
पश्चिम बंगाल में स्थित दार्जीलिंग एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन होने के साथ ही अपनी चाय के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है. दार्जिलिंग में हर तरफ चाय की खेती होती है। यहां पर उत्पादित चाय की खासियत यह है कि यह हल्के रंग की होती है और इससे फूलों की महक आती है. भारत के कुल चाय का लगभग 25% उत्पादन दार्जिलिंग में होता है। आप यहां हैप्पी वैली टी एस्टेट देख सकते हैं.
असम
असम भारत के उत्तरपूर्व में स्थित है और भारत का सबसे बड़ा चाय उत्पादक राज्य है. मॉल्टी असमिया चाय अधिकतर ब्रह्मपुत्र घाटी में उगाई जाती है. घाटी के मध्य भाग में स्थित जोरहाट को अक्सर ’विश्व की चाय की राजधानी’ कहा जाता है.
कोलुक्कुमालै
तमिलनाडु में स्थित कोलुक्कुमालै चाय एस्टेट शायद दुनिया का सबसे ऊंचा चाय बागान है. ऊंची चोटी पर बनाए जाने के कारण यह चाय अपने अनूठे सुगंध और स्वाद के लिए जाना जाता है. ये मुन्नार शहर से लगभग 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां का शांत वातारवरण कुछ ही देर में आपको खुशनुमा एहसास देती है.
पालमपुर
19वीं सदी पालम में चाय बागान की स्थापना की गई थी. पालमपुर सहकारी चाय कारखाना मेहमानों का स्वागत करने के साथ ही कारखाने में घूमने-फिरने का मौका भी देता है. ‘वाह टी एस्टेट’ कांगड़ा घाटी में सबसे बड़ा चाय का एस्टेट है.