डेस्टिनेशन : हर उम्र के पर्यटकों की पहली पसंद है ये जगह, आप भी ट्रिप कर लीजिए प्लान

कांगड़ा घाटी के मुख्यालय धर्मशाला तक आने के लिए दिल्ली, पठानकोट व चंडीगढ़ से सीधी बस सेवा उपलब्ध है.

By Pratima JaiswalEdited By: Publish:Fri, 19 Jan 2018 01:48 PM (IST) Updated:Sat, 20 Jan 2018 06:00 AM (IST)
डेस्टिनेशन :  हर उम्र के पर्यटकों की पहली पसंद है ये जगह, आप भी ट्रिप कर लीजिए प्लान
डेस्टिनेशन : हर उम्र के पर्यटकों की पहली पसंद है ये जगह, आप भी ट्रिप कर लीजिए प्लान

आपका जैसा मूड होता है आप वैसी ही जगह पर घूमना चाहते हैं. जैसे रोमांटिक मूड के साथ आप कपल प्लेस पर घूमना पसंद करते हैं. वहीं शांति और सुकून की तलाश में आप हिल स्टेशन की ओर निकल जाते हैं. 

इन सभी बातों से हिमाचल प्रदेश में एक ऐसी खूबसूरत जगह है, जहां पर हर उम्र के लोगों को बहुत अच्छा लगेगा, बल्कि आप ये भी कह सकते हैं कि ये जगह हर उम्र के लोगों को पसंद आएगी. 

इस जगह का नाम है कांगड़ा घाटी. आइए, जानते हैं क्या है यहां खास. 

दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी पैराग्लाइडिंग टेक ऑफ साइट 

अगर आप एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीन हैं, तो आपके लिए कांगड़ा घाटी सबसे बेस्ट प्लेस साबित हो सकती है. आप यहां कई एडवेंचर स्पोर्ट्स का मजा ले सकते हैं. 

धार्मिक स्थलों की भरमार 

धार्मिक स्थलों की तलाश में रहने वाले लोगों के लिए कांगड़ा एक बेस्ट टूरिस्ट स्पॉट है. यहां मां चामुंडा देवी, मां बज्रश्वेरी देवी, मां ज्वालाजी जैसे कई प्रसिद्ध मंदिर मौजूद हैं. यहां कुछ ऐसे मंदिर भी हैं, जो साल के आठ महीने पानी में डूबे रहते हैं. ऐसा यहां स्थित पोंग बांध के कारण होता है, जिसका पानी चढ़ता-उतरता रहता है. 

 

ऐतिहासिक किलों का खजाना 

अगर आपको ऐतिहासिक किले व धरोहर देखने को शौकीन हैं, तो कांगड़ा आपकी ये मुरीद भी पूरी करता है. इस शहर से सिर्फ 3 किलोमीटर की दूरी पर नूरपुर का किला, बैजनाथ शिव मंदिर, मसरूर मंदिर और मैक्लोडगंज की चर्च धरोहर जैसे कई पर्यटन स्थल मौजूद हैं.

म्यूजियम, नेचर और वाइल्ड लाइफ 

धर्मशाला कांगड़ा जिले का मुख्यालय है और आप यहां बना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, सौरभ वन बिहार, कांगड़ा कला संग्रहालय, भागसूनाग वाटर फॉल का भी जी भर के मजा उठा सकते हैं.

कैसे पहुंचे 

कांगड़ा घाटी के मुख्यालय धर्मशाला तक आने के लिए दिल्ली, पठानकोट व चंडीगढ़ से सीधी बस सेवा उपलब्ध है. इसके अलावा यह घाटी पठानकोट-जोगेंद्रनगर नैरोगेज रेलमार्ग से भी जुड़ी हुई है. इस छोटी ट्रेन का भी पर्यटक आनंद उठा सकते हैं. यहां का ब्राडगेज रेलमार्ग का नजदीकी स्टेशन पठानकोट है. जबकि हवाई सेवा के लिए धर्मशाला से महज 14 किमी की दूरी पर एयरपोर्ट है। यहां से दिल्ली के लिए रोजाना दो हवाई उड़ाने हैं.

घूमने के लिए बेस्ट टाइम 

सितम्बर से अप्रैल 

कहां ठहरे 

यहां बहुत-सी धर्मशालाएं हैं. अगर आपको धर्मशाला में नहीं ठहरना तो आप होटल में भी रूक सकते हैं. कैम्पिंग करने के लिए भी कांगड़ा घाटी सबसे अच्छी जगह है. 

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