World Photography Day: यादों को समेटने और जिंदा रखने का बेहतरीन जरिया है फोटोज़, जानें इस दिन से जुड़ी खास बातें

World Photography Day हर साल अगस्त की 19 तारीख को वर्ल्ड फोटोग्राफी डे के तौर पर मनाया जाता है। जिसका मकसद फोटोग्राफी के क्षेत्र में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना है।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Wed, 19 Aug 2020 10:01 AM (IST) Updated:Wed, 19 Aug 2020 10:01 AM (IST)
World Photography Day: यादों को समेटने और जिंदा रखने का बेहतरीन जरिया है फोटोज़, जानें इस दिन से जुड़ी खास बातें
World Photography Day: यादों को समेटने और जिंदा रखने का बेहतरीन जरिया है फोटोज़, जानें इस दिन से जुड़ी खास बातें

दुनियाभर की खूबसूरती को समेटने का देखने का बेहतरीन जरिया है फोटोज़। तस्वीरें ही हैं जो यादों को बरसों तक जिंदा रखती हैं। दुनियाभर में 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य दुनियाभर के फोटोग्राफरों को एकजुट करना है। 

विश्व फोटोग्राफी दिवस का इतिहास

फोटोग्राफी शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द फोटोज (प्रकाश) और ग्राफीन (खींचने) से मिलकर हुई है। 1839 में वैज्ञानिक सर जॉन एफ डब्ल्यू हश्रेल ने पहली बार इस शब्द का इस्तेमाल किया था।

विश्व फोटोग्राफी दिवस की शुरुआत  

फ्रेंचमैन लुई डागुएरे और जोसेफ नीसपोर निपए द्वारा विश्व फोटोग्राफी दिवस की उत्पत्ति साल 1837 में विकसित की गई एक फोटोग्राफिक प्रक्रिया के अविष्कार से हुई है। फ्रांसीसी वैज्ञानिक आर्गो ने 7 जनवरी 1839 को फ्रेंच अकादमी ऑफ साइंस के लिए एक रिपोर्ट तैयार की। फ्रांस सरकार ने यह प्रोसेस रिपोर्ट खरीदकर उसे आम लोगों के लिए 19 अगस्त 1939 को मुफ्त घोषित किया। यही कारण है कि 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाया जाता है। फोटोग्राफी शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द फोटोज (प्रकाश) एवं ग्राफीन (खींचने) से मिलकर हुई है।

विश्व फोटोग्राफी दिवस का उद्देश्य

विश्व फोटोग्राफी दिवस का महत्व फोटोग्राफी के क्षेत्र में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना, विचारों को एक-दूसरे के बीच साझा करना तथा सबको प्रोत्साहित करना है। फोटोग्राफी को आजीविका के रूप अपनाने वाले बहुत सारे लोगों की संख्या एकत्रित हो चुकी है।

दुनिया की पहली सेल्फी

अमेरिकन फोटोग्राफर रॉबर्ट कॉर्नेलियस ने साल 1839 के शुरूआती महीने में एक सेल्फी ली थी। रॉबर्ट कॉर्नेलियस ने अपने कैमरे को सेट किया और लेंस कैंप को हटाकर और फ्रेम में चलकर फोटो ली। इसे अब सेल्फी कहा जाता है।

फोटोग्राफी ने जहां दुनिया को एक-दूसरे के करीब लाया, वहीं इसके जरिए एक-दूसरे को जानने, उनकी संस्कृति को समझने में भी बहुत बड़ी मदद की है। आज हमें संसार के किसी कोने में स्थित जगह के जनजीवन की जानकारी बड़ी आसानी से चित्रों के माध्यम से प्राप्त हो जाती है, तो इसमें फोटोग्रोफी के योगदान को नकारा नहीं जा सकता।

Pic credit- https://www.freepik.com/premium-photo/silhouette-photography-with-sunset-setting_8281835.htm#page=2&query=photography&position=44 

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