अब खुलेंगे स्नो लेपर्ड के राज

स्नो लेपर्ड (हिम तेंदुआ) की सही संख्या और उसकी जीवनशैली का राज जल्द खुलने वाला है। खर्तंलग ग्लेशियर में कैमरा ट्रैप लगाएगा वन विभाग...

By Srishti VermaEdited By: Publish:Mon, 03 Apr 2017 01:21 PM (IST) Updated:Mon, 03 Apr 2017 03:03 PM (IST)
अब खुलेंगे स्नो लेपर्ड के राज
अब खुलेंगे स्नो लेपर्ड के राज

खर्तंलग ग्लेशियर में स्नो लेपर्ड (हिम तेंदुआ) की सही संख्या और उसकी जीवनशैली का राज जल्द खुलने वाला
है। इसके लिए वन विभाग वहां कैमरा ट्रैप लगाने जा रहा है। बर्फ पिघलने के बाद कैमरा ट्रैप लगा दिए जाएंगे। इससे स्नो लेपर्ड की सही संख्या तो मालूम पड़ेगी ही, उसके व्यवहार का अध्ययन भी किया जा सकेगा। अब तक टिहरी जिले में स्नो लेपर्ड की सही संख्या का पता नहीं चल पाया है। स्नो लेपर्ड उच्च हिमालय में पाया जाने वाला जीव है। जिले के भिलंगना ब्लॉक में स्थित करीब सात हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है खर्तंलग ग्लेशियर। इस ग्लेश्यिर की तलहटी में बसे गंगी गांव के चरवाहों ने यहां कई बार स्नो लेपर्ड देखने का दावा किया है। टिहरी वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी कोको रोसे ने बताया कि विभाग बर्फ पिघलने का इंतजार कर रहा है। इसके बाद कैमरा ट्रैप लगाने शुरू कर दिए जाएंगे।

चंबा व मसूरी के बीच जंगल में लग चुके हैं कैमरा ट्रैप 
वन विभाग ने फिलहाल चंबा-मसूरी रोड पर कौड़िया के जंगलों में कैमरा ट्रैप लगाए हैं। विभाग के मुताबिक कौड़िया के जंगलों में बेहतर वाइल्ड लाइफ है। वहां पर बांज व देवदार के घने जंगल में गुलदार, भालू, काकड़, जंगली बिल्ली, सेही जैसे जानवर मौजूद हैं। कैमरा ट्रैप में उनके बारे में काफी जानकारी मिली है। इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

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