National Youth Day 2022: आज ही के दिन जन्मे थे स्वामी विवेकानंद, जानें उनके जीवन से जुड़ी जरूरी बातें

National Youth Day 2022 स्वामी विवेकानंद ने देश को सुदृढ़ बनाने और विकास पथ पर अग्रसर करने के लिए हमेशा युवा शक्ति पर भरोसा किया। आज 12 जनवरी उनका जन्मदिन होता है और इसी दिन को आगे चलकर युवा दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Wed, 12 Jan 2022 08:39 AM (IST) Updated:Wed, 12 Jan 2022 08:39 AM (IST)
National Youth Day 2022: आज ही के दिन जन्मे थे स्वामी विवेकानंद, जानें उनके जीवन से जुड़ी जरूरी बातें
स्वामी विवेकानंद की फोटो के साथ National Youth day की तस्वीर

1984 में भारत सरकार द्वारा स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस (12 जनवरी) को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया गया था और 1985 से हर साल विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता आ रहा है।

स्वामी विवेकानंद का वो प्रेरणादायक भाषण

स्वामी विवेकानंद के वक्तव्यों का आम जनमानस और खासकर युवाओं के मनोमस्तिष्क पर कितना प्रभाव पड़ता था, इसका उनके शिकागो भाषण से बेहतर उदाहरण नहीं मिल सकता। 11 सितंबर 1893 को जब शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में हिंदू धर्म पर अपने प्रेरणात्मक भाषण की शुरुआत उन्होंने 'मेरे अमेरिकी भाइयों और बहनों' के साथ की थी तो बहुत देर तक तालियों की गड़गड़ाहट होती रही थी। अपने इस भाषण के जरिए उन्होंने दुनियाभर में भारतीय अध्यात्म का डंका बजाया था।

स्वामी विवेकानंद की जीवन

स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। बचपन से ही उनका झुकाव आध्यात्म की ओर था और साल 1881 में अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस से मुलाकात के बाद उनसे प्रभावित होकर 25 की उम्र से ही उन्होंने सन्यास ले लिया था। जिसके बाद उन्हें स्वामी विवेकानंद के रूप में पहचान मिली।

उन्होंने 1 मई 1897 को कोलकाता में रामकृष्ण मिशन तथा 9 दिसंबर 1898 को कलकत्ता के निकट गंगा नदी के किनारे बेलूर में रामकृष्ण मठ की स्थापना की थी। 4 जुलाई 1902 को इसी रामकृष्ण मठ में ध्यानमग्न अवस्था में महासमाधि धारण किए वे चिरनिद्रा में लीन हो गए।

युवा दिवस मनाने का उद्देश्य

युवा महापुरुषों की जीवन गाथाओं के जरिए देश की युवा पीढी को समाज में व्याप्त गंदगी से बचाकर देश के विकास में उसका सदुपयोग किया जा सके, इसी उद्देश्य से आधुनिक भारत के महान चिंतक, दार्शनिक, समाज सुधारक, युवा संयासी स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी को ही प्रतिवर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

स्वामी विवेकानंद का कहना था कि, 'मेरी भविष्य की आशाएं युवाओं के चरित्र, बुद्धिमत्ता, दूसरों की सेवा के लिए सभी का त्याग और खुद को बड़े पैमाने पर देश के लिए अच्छा करने वालों पर निर्भर है।'

Pic credit- freepik

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