Nveda का SMB Capsules डायबिटीज रोग के प्रबंधन, रोकथाम और उपचार के लिए है एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार

डायबिटीज एक लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है जो तनाव असंतुलित आहार और व्यायाम की कमी की वजह से हो सकती है। हालांकि इसे रोका या कम किया जा सकता है यदि व्यक्ति रोजाना सक्रिय रहे और हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाएं। चूंकि डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ रही है ऐसे में लोग आयुर्वेदिक उपचार का भी सहारा ले रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Ruhee Parvez Publish:Thu, 28 Mar 2024 01:51 PM (IST) Updated:Sat, 30 Mar 2024 06:42 PM (IST)
Nveda का SMB Capsules डायबिटीज रोग के प्रबंधन, रोकथाम और उपचार के लिए है एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार
Nveda का SMB Capsules करता है डायबिटीज रोग का प्रबंधन

ब्रांड डेस्क, नई दिल्ली। आज लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं, जिसमें डायबिटीज यानी मधुमेह सबसे प्रमुख है। एक अनुमान के मुताबिक भारत में 100 मिलियन से अधिक लोग मधुमेह से पीड़ित हैं और 130 मिलियन से अधिक लोग प्री-डायबिटिक हैं।

डायबिटीज एक लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है, जो तनाव, असंतुलित आहार और व्यायाम की कमी की वजह से होती है। हालांकि, इसे रोका या कम किया जा सकता है, यदि व्यक्ति रोजाना सक्रिय रहे और हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाएं। चूंकि, डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में लोग आयुर्वेदिक उपचार का भी सहारा ले रहे हैं। देखा गया है कि पावरफुल आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां प्राकृतिक तरीके से ब्लड शुगर को नियंत्रित कर सकती हैं। अपने हेल्दी सेप्लीमेंट से लोगों की सेहत में सुधार करने वाला Nveda अपने आयुर्वेदिक प्रोडक्ट Nveda SMB Capsules के माध्यम से डायबिटीज रोग का प्रबंधन और उपचार कर रहा है। इस प्रोडक्ट को Ayush ने अपनी स्वीकृति प्रदान की है।

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आयुर्वेद में ऐसी कई पावरफुल जड़ी-बुटियां हैं, जो ब्लड शुगर या डायबिटीज को मैनेज करने में असरदार हैं। इसमें शामिल हैं- जामुन, दारुहरिद्रा, गुड़मार, करेला, हल्दी, विजयसार, निम्बा और सुध शिलाजीत। खास बात यह है कि Nveda के SMB Capsules में ये सभी जड़ी-बुटियां हैं। यह सभी जड़ी-बुटियां 100% टॉप क्वालिटी की हैं, जिन्हें पारंपरिक रूप से उपयोग ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए किया जाता रहा है। आइए विस्तार से इन जड़ी-बूटियों के बारे में जानते हैं।

दारुहरिद्रा - दारुहरिद्रा डायबिटीज के इलाज के लिए एक लोकप्रिय आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है। यह हर्ब शरीर के वजन और पेशाब होने जैसी स्थितियों में सुधार करने में भी मदद करता है और तेजी से ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है। यह जड़ी-बूटी त्वचा, आंख और कान से संबंधित सभी प्रकार की मधुमेह संबंधी समस्याओं के लिए अच्छी है।

जामुन के बीज - डायबिटीज से लड़ने में जामुन काफी असरदार है। डायबिटीज के रोगी इसका सेवन लगातार करते हैं। हालांकि, जामुन के बीज मधुमेह रोगियों के लिए बेहतरीन उपचार माने जाते हैं, क्योंकि इसमें जंबोलिन नामक पदार्थ होता है, जो ब्लड में शुगर के रिलीज को धीमा कर देता है।

करेला - अच्छे स्वास्थ्य के लिए लोग अपनी डाइट में करेले को शामिल करते हैं। यह डायबिटीज रोग में फायदेमंद है। इसमें एंटी-डायबिटीज गुण हैं, क्योंकि यह हाइपोग्लाइसेमिक कंपाउंड से भरा होता है, जो ब्लड में शुगर के स्तर को कम करता है। इसके नियमित सेवन से ग्लूकोज टॉलरेंस में काफी सुधार होता है|

गुड़मार- शोध से पता चलता है कि जिमनेमा सिल्वेस्ट्रे का अर्क मीठे खाने की तीव्र इच्छा को कम कर सकता है, यही कारण है कि इसे गुड़मार भी कहते हैं। स्वाद पर इसके प्रभाव के समान, यह आंतों में रिसेप्टर्स को भी अवरुद्ध कर सकता है और इस प्रकार चीनी अवशोषण या भोजन के बाद ब्लड शुगर स्तर को कम कर सकता है।

विजयसार- विजयसार पेड़ के एंटी-हाइपरलिपेडेमिक गुण शरीर में कुल कोलेस्ट्रॉल, कम घनत्व वाले लिपो-प्रोटीन (LDL) और सीरम ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। यह मधुमेह के लक्षणों जैसे बार-बार पेशाब आना, अधिक खाना और अंगों में जलन को भी कम करता है।

हल्दी- हम भारतीय हल्दी के गुणों से वाकिफ हैं, जिसका इस्तेमाल घर के किचन में जरूर होता है। वैसे इसका उपयोग आयुर्वेदिक और पारंपरिक ब्लड शुगर चिकित्सा में डायबिटीज के इलाज के लिए किया जाता रहा है। यह ग्लाइसेमिया और हाइपरलिपिडिमिया को कम करती है, ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित करती है, इम्युनिटी को बढ़ाती है और शरीर में वसा को कम करती है तथा संक्रमण को रोकती है।

सुध शिलाजीत - शरीर की इम्युनिटी की बात हो या फिर मेमोरी और एनर्जी की शिलाजीत इसमें बहुत ही फायदेमंद है। प्राचीन काल से ही लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके अलावा यह मधुमेह की रोकथाम और उपचार के लिए सबसे महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक हर्ब है। यह प्राकृतिक तरीके से ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

निम्बा- निम्मा यानी नीम एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर है। यह एंटीऑक्सीडेंट का समृद्ध स्रोत है। ग्लूकोज में सुधार के लिए इसका उपयोग अकेले या अन्य एंटी-डायबिटीज आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के साथ किया जाता है। क्योंकि नीम एक टॉनिक और रिवाइटलाइजर है, इसलिए यह मधुमेह के उपचार में भी प्रभावी रूप से काम करता है।

जिस तरह से विश्वभर में डायबिटीज रोगियों की संख्या बढ़ रही है, उससे देखते हुए हमें सतर्क हो जाना चाहिए और हेल्दी लाइफस्टाइल की ओर बढ़ना चाहिए। अच्छा खानपान, नियमित रूप से एक्सरसाइज और तनाव में कमी डायबिटीज की रोकधाम के लिए बेहतर तरीका है। इसके अलावा अगर आप आयुर्वेदिक तरीके से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो उपरोक्त बताए गई जड़ी-बूटियां आपको फायदा पहुंचाएंगी। वैसे इन सभी जड़ी-बूटियों को एक जगह लाने का काम किया है Nveda के Nveda SMB कैपसूल ने।

Nveda एक लोकप्रिय ब्रांड है। इसके प्रोडक्ट्स पर 50,000 से अधिक रेटिंग और रिव्यू ये बताते हैं कि कस्टमर्स इसके प्रोडक्ट पर पूरा भरोसा करते हैं। SMB कैपसूल एक ऐसा ही एक भरोसेमंद प्रोडक्ट है।

बीपी, गठिया, जोड़ों व घुटनों का दर्द, PCOD/PCOS/थायराइड, पुरुष और महिला प्रजनन क्षमता के लिए Nveda के पास प्राकृतिक और आयुर्वेदिक सप्लीमेंट की व्यापक रेंज है। ज्यादा जानकारी के लिए, Nveda की वेबसाइट https://nveda.in/collections/all पर जाएं।

आप Nveda डॉक्टरों की वेबसाइट पर दिए गए संपर्क नंबरों का उपयोग करके निःशुल्क परामर्श के लिए उन्हें कॉल भी कर सकते हैं।Note:- यह आर्टिकल ब्रांड डेस्क द्वारा लिखा गया है।

लेखक - शक्ति सिंह

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