White Rice Linked to Diabetes Risk: शुगर के मरीज़ भूलकर भी नहीं करें सफेद चावल का सेवन, जानिए क्यों?

White Rice Linked to Diabetes Risk शुगर के मरीज़ अगर सफेद चावल का सेवन करते हैं तो उनमें शुगर का खतरा 11 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। शुगर के मरीज़ों को चाहिए कि अगर वो चावल खाना चाहते हैं तो सफेद चावल की जगह ब्राउन राइज का प्रयोग करें।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 12:00 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 12:00 PM (IST)
White Rice Linked to Diabetes Risk: शुगर के मरीज़ भूलकर भी नहीं करें सफेद चावल का सेवन, जानिए क्यों?
शुगर के मरीज़ों के लिए चावल सबसे ज्यादा गंदी डाइट है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। डायबिटीज़ के मरीजों को अपने खान-पान का बेहद ध्यान रखना पड़ता है। उन्हें अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना पड़ता है जिससे उनके ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहे। शुगर को कंट्रोल रखने के लिए डायबिटिक लोगों को ऐसी चीज़ों का सेवन करना चाहिए जिसमें फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट मौजूद हो, ताकि बल्ड शुगर कंट्रोल में रहे। शुगर के मरीज़ों के लिए चावल सबसे ज्यादा गंदी डाइट है। चावल खाने से शुगर लेवल बढ़ता है। इसमें माइक्रोन्यूट्रिएंट्स, फाइबर और पॉलीफेनॉल्स की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए डायबिटिक पेशंट चावल का सेवन नहीं करें।

एक अध्ययन के मुताबिक शुगर के मरीज़ अगर सफेद चावल का सेवन करते हैं तो उनमें शुगर का खतरा 11 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। शुगर के मरीज़ों को चाहिए कि अगर वो चावल खाना चाहते हैं तो सफेद चावल की जगह ब्राउन राइज का प्रयोग करें। ब्राउन राइज का सेवन करने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा काफी कम होता है।

सफेद चावल से खतरा ज्यादा:

सफेद चावल शुगर के मरीज़ों के लिए सोडा ड्रिंक्स के बराबर खतरनाक हो सकता है। शोधकर्ताओं नें उन लोगों में डायबिटीज का खतरा ज्यादा पाया है जो लोग सफेद चावल का सेवन ज्यादा करते हैं। सफेद चावल में स्टार्च की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जिसके कारण ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ने लगता है। चावल खाने से आम व्यक्ति को कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन डायबिटीज के रोगियों के लिए यह काफी खतरनाक हो सकते हैं।

डायबिटीज में रोजाना चावल खाना हो सकता है नुकसानदायक:

हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के द्वारा 20 सालों तक किए एक अध्ययन में बताया गया है कि रोजाना चावल खाने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। जब डायबिटीज का मरीज रोज़ाना चावल का सेवन करता है तो भोजन के बाद ग्लूकोज लेवल एकदम से बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में शरीर इंसुलिन बनाना बंद कर देता है। चावल खाने वालों में डायबिटीज रोग होने का खतरा 11% तक बढ़ सकता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, एक कप सफेद चावल में 53.4 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। जब डायबिटिज से ग्रसित व्यक्ति कार्बोहाइड्रेट युक्त पेय या खाद्य पदार्थों का सेवन करता है, तो यह ग्लूकोज में टूट जाता है और शरीर के ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि हो जाती है। रिसर्च पॉपुलेशन हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट, हैमिल्टन हेल्थ साइंसेस और मैक मास्टर यूनिवर्सिटी कनाडा ने 10 साल की रिसर्च के बाद पाया है कि दक्षिण एशियाई लोग एक दिन में 630 ग्राम तक चावल खाते हैं

डायबिटीज में कौन से चावल का सेवन करें:

डायबिटीज के मरीज को भूलकर भी सफेद चावल नहीं खाना चाहिए। दरअसल, सफेद चावल को चमकदार बनाने के लिए उसमें पॉलिशिंग की जाती है। जिससे इसमें मौजूद विटामिन बी जैसे कई पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। अगर आपको चावल खाना है तो ब्राउन राइस का ऑप्शन चुनें। ब्राउन राइस उच्च सामग्री (फाइबर, विटामिन , मिनरल , मल्टीपल न्यूट्रिएंट्स) के कारण टाइप टू के मधुमेह के जोखिम को कम करने के लिए जाना जाता है। ब्राउन राइस लेने से शरीर को पर्याप्त कैलोरी मिलती है। इसके अलावा आप वाइल्ड राइस, जैसमीन राइस और बासमती राइस का विकल्प भी चुन सकते हैं।

                      Written By: Shahina Noor

chat bot
आपका साथी