पति रौबदार, मुखिया रबर स्टांप

पश्चिम सिंहभूम जिले की कई पंचायत में मुखिया बस रबर स्टांप की तरह इस्तेमाल होती है। और पंचायत का सारा कार्य उनके पति के कंधों पर रहता है। यही हाल मझगांव प्रखंड के धोबाधिन पंचायत की मुखिया ममीना पिगुवा का है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Dec 2021 07:52 AM (IST) Updated:Fri, 10 Dec 2021 07:52 AM (IST)
पति रौबदार, मुखिया रबर स्टांप
पति रौबदार, मुखिया रबर स्टांप

संवाद सूत्र, मझगांव : पश्चिम सिंहभूम जिले की कई पंचायत में मुखिया बस रबर स्टांप की तरह इस्तेमाल होती है। और पंचायत का सारा कार्य उनके पति के कंधों पर रहता है। यही हाल मझगांव प्रखंड के धोबाधिन पंचायत की मुखिया ममीना पिगुवा का है। पंचायत के लोग मुखिया को कम लेकिन पति को मुखिया के रूप में अधिक जानते हैं। सुदूर क्षेत्र होने के कारण पंचायत में विकास के कार्यों की जरूरत थी लेकिन ठेकेदारी और वार्ड सदस्यों की नाराजगी पंचायत में देखने को मिलती है। पंचायत में विकास कार्य के लिए मुखिया वार्ड सदस्यों से राय लेना भी मुनासिब नहीं समझती है। वहीं ओडिशा सीमा से सटे देवघर व मोंडवाम जैसे गांव में पेयजल के लिए आज भी ग्रामीण खेत में बने चुंआ के सहारे हैं। जबकि पैसे की बंदरबाट करने के लिए मुखिया बिना जरूरत के नाली का निर्माण कर दी है। जहां लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा वहां नाली में कैसे पानी आएगा यह समझ से परे है। इसके अलावा सोलर लाइट, सड़क, पेयजल आदि की समस्या से पंचायत के लोग परेशान हैं।

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- सरकार ने विकास कार्य के लिए पंचायत में जो जिम्मेदारी दिया है। उसे पांच साल पूरे प्रयास से निभाया। लोगों की जरूरत के हिसाब से योजना को पहुंचाया। सोलर लाइट, जलमीनार, पीएम आवास, डीप बोरिग, पुलिया, नाली, पेंशन आदि पर काफी कार्य किए। कुछ रह गए हैं उसे आने वाले समय में पूरा करने का हर संभव प्रयास करूंगी।

फोटो -19- ममीना पिगुवा, मुखिया धोबाधोबिन पंचायत।

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- मुखिया पंचायत भवन में बैठती ही नहीं हैं, उनका विकास का सारी योजना घर पर ही तय होती है। एक प्रकार से कहा जाए तो मुखिया पति ही पंचायत चला रहे हैं। जो पंचायत में अपने घर वाले ही ठेकेदारी करेंगे विकास वहां कैसे होगा।

फोटो -20- प्रताप तिरिया, धोबाधोबिन।

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- पंचायत में विकास का कोई कार्य नहीं हुआ है। पंचायत के लोग पेयजल, सड़क समेत जरुरी चीजें भी नहीं मिला है। कई गांव में सड़क नहीं होने से लोगों को आना-जाना में भी परेशानी हो रहा है।

फोटो -22- जयपाल तिरिया, धोबाधोबिन।

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- विकास का कार्य नहीं हुआ है। मुखिया के 6 साल के कार्यकाल में सिर्फ एक सौ फिट फेवर ब्लॉक व एक सौ फीट पक्का नहर बना है। मुखिया ममिना पिगुंवा नाम भर के मुखिया है। उसके पति सोना सिंह पिगुंवा पंचायत चलातें है।

फोटो -23- श्रीधर पिगुंवा, देवधर।

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- मोंडवाम गांव में डीप बोंरिग के बनाने के लिए लगभग साल भर पहले नारयल फोड कर शिलान्यास किया, पर आज तक डीपबोरिग नही बना। मोडुवाम में पानी की समस्या काफी है। गांव के लोग खेत व गड्डें के पानी से प्यास बुझाते है।

फोटो -24- मधुसुदन हेंब्रम, मोंडवाम।

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