सारंडा जंगल से 35 बोरा छाल बरामद

वन विभाग की टीम ने एक वाहन को अगरबत्ती बनाने वाले पेड़ की छाल के साथ जब्त किया है। कार्रवाई में कुल 35 बोरा छाल बरामद हुई है। घटना शनिवार दोपहर तीन बजे की है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Oct 2020 07:38 PM (IST) Updated:Sun, 18 Oct 2020 07:38 PM (IST)
सारंडा जंगल से 35 बोरा छाल बरामद
सारंडा जंगल से 35 बोरा छाल बरामद

संवाद सूत्र, गुवा : वन विभाग की टीम ने एक वाहन को अगरबत्ती बनाने वाले पेड़ की छाल के साथ जब्त किया है। कार्रवाई में कुल 35 बोरा छाल बरामद हुई है। घटना शनिवार दोपहर तीन बजे की है। खुले बाजार में इसकी कीमत करीब 50 हजार रुपये बताई जा रही है। वन विभाग की टीम गुवा से रोआम के जंगल में गश्ती कर रही थी। इसी क्रम में देखा कि जंगल के रास्ते एक कैंपर गाड़ी आ रही है। गश्ती दल ने उस कैंपर को रुकवाया तो उसमें सवार दो, तीन लोग गाड़ी छोड़कर भाग खड़े हुए। इसके बाद गाड़ी की जांच-पड़ताल की तो उसमें लगभग 35 बोरी में भरकर रखी लकड़ी की छाल पाई गई। इसका उपयोग अगरबत्ती बनाने में होता है। कैंपर को वन विभाग की टीम ने गुवा वन विभाग कार्यालय में लाकर रखा है। गुवा रेंज के वन विभाग पदाधिकारी कमलेश्वर प्रसाद सिन्हा ने बताया कि पेड़ की छाल लेकर भागने वाले लोग अक्सर पेड़ों की छाल निकालकर सारंडा को भारी मात्रा में नुकसान पंहुचा रहे हैं। छाल निकलने से पेड़ सूख रहे हैं। पेड़ की छाल निकले जाने से सारंडा के जंगल का कुछ हिस्सा रेड जोन में आ गया है। ग्रामीणों के अनुसार इस काम में लगे तस्कर रोआम के जंगल में रहने वाले गरीब आदिवासियों को 20 रुपये किलो के हिसाब से अगरबत्ती बनाने वाले पेड़ की छाल को खरीदते हैं और उसे गाड़ियों में भरकर रोआम के रास्ते मनोहरपुर से होते हुए ओडिशा के बिसरा में लकड़ी को 150 रुपये किलो में बेच देते हैं।

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