झारखंड आंदोलनकारी के परिवार को मिला पेंशन योजना का लाभ

शनिवार को पूर्व जिला परिषद सदस्य मनमोहन उर्फ जोगेन गागराई ने शहीद मछुआ गागराई की पत्नी रांदाय कुई से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 07:41 PM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 07:41 PM (IST)
झारखंड आंदोलनकारी के परिवार को मिला पेंशन योजना का लाभ
झारखंड आंदोलनकारी के परिवार को मिला पेंशन योजना का लाभ

संवाद सूत्र, बंदगांव : शनिवार को पूर्व जिला परिषद सदस्य मनमोहन उर्फ जोगेन गागराई ने शहीद मछुआ गागराई की पत्नी रांदाय कुई से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। शहीद मछुआ गागराई का मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं होने के कारण उनकी बेवा का झारखंड आंदोलनकारी पेंशन सम्मान योजना लंबित थी। पूर्व जिला परिषद सदस्य मनमोहन गागराई ने अंचल एवं अनुमंडल कार्यालय जाकर सारी कागजी प्रक्रिया पूरी करते हुए मछुआ गागराई का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया एवं रांची जाकर झारखंड आंदोलनकारी पेंशन सम्मान योजना का लाभ दिलवाया। मनमोहन ने बताया कि पेंशन योजना की स्वीकृति वर्ष 2012 में ही मिल गई थी, लेकिन मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं होने के कारण लाभ नहीं मिल पा रहा था। जिसकी जानकारी मिलने पर सभी कागजी कार्य पूरे किए और सम्मान योजना का लाभ दिलवाया। उन्होंने नकटी पंचायत के तेंदालोर ग्राम में बसे 23 लोगों का वन पट्टा भी स्वीकृत कराया। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने कहा कि हर साल मछुआ गागराई के शहादत दिवस पर मछुआ गहराई अमर रहे के नारे लगते हैं। कुछ चावल, कुछ कपड़े शहीद के परिवार को लोग दे जाते हैं और इतिश्री कर दी जाती है। मनमोहन ने प्रयास कर शहीद परिवार को सम्मान दिलाया, इसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं। शहीद परिवार की बेवा को प्रतिवर्ष 6000 रुपये पेंशन सम्मान योजना के तहत मिलना शुरू हो गया है। ज्ञात हो कि शहीद मछुआ गगराई की हत्या असामाजिक तत्वों द्वारा 11 दिसंबर 1989 को कर दी गई थी। मौके पर सिकंदर गागराई, गोंडा गागराई, साकारी पुरती, बलभद्र दिग्गी, वासुदेव दिग्गी, गोंडा गागराई, मांगता बोदरा, रामाय गागराई, थामस पूर्ति, जूटू चांपिया, कानू गागराई आदि मौजूद रहे।

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