15 दिन के भीतर 30 नए केस सामने आने से स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट

पश्चिम सिंहभूम जिला में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर ते•ाी से फैल रहा है। पिछले 15 दिनों में जिले में कोरोना संक्रमण के तीस से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। इनमें दो लोग ऐसे हैं जिन्हें कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद कोरोना हुआ है..

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 08:10 AM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 08:10 AM (IST)
15 दिन के भीतर 30 नए केस सामने आने से स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट
15 दिन के भीतर 30 नए केस सामने आने से स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट

जागरण संवाददाता, चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिला में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर ते•ाी से फैल रहा है। पिछले 15 दिनों में जिले में कोरोना संक्रमण के तीस से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। इनमें दो लोग ऐसे हैं जिन्हें कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद कोरोना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने दोनों संक्रमित व्यक्तियों का जिनोम सर्विलांस के लिए जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल भेजा है। वहां से उक्त नमूने भोपाल स्थित लेबोरेट्ररी भेजे गये हैं। वहां अभी रिजल्ट पैंडिग पड़ा है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही यह पता चलेगा कि वायरस का स्तर क्या है। एक रिपोर्ट मंगलवार और एक रिपोर्ट करीब सप्ताह भर पहले भेजी गई है। 45 साल से ज्यादा उम्र वाले कुल सात संक्रमितों को बेहतर उपचार के लिए राज्य के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

चाईबासा से नोवामुंडी टाटा स्टील अस्पताल में 02, जमशेदपुर के एमजीएम में 02, टाटा मेन हास्पिटल मे 01 और रिम्स में 02 कोरोनो संक्रमित इलाजरत हैं। वहीं, 23 लोग होम आइसोलेशन में हैं। 30 में से 25 लोग सिम्टॉमिक हैं यानि इनमें कोरोना बीमारी के लक्षण स्पष्ट रूप से पाये गये हैं। हालांकि, सभी संक्रमित व्यक्तियों की हालत में सुधार है। कोरोना मरीजों के लिए 100 बेड का डीटीआइ चालू : पश्चिमी सिंहभूम में कोरोना संक्रमण के केस बढ़ने के कारण स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है और जांच की रफ्तार को बढ़ाने के निर्देश सभी प्रखंडों को दिए गए हैं। वहीं, जिला प्रशासन ने कोरोना की दूसरी लहर के मद़देनजर अपनी तैयारी फिर से शुरू की है। जिले में कुल 11 आइसीयू बेड व 11 वेंटिलेटर सुविधा युक्त बेड तैयार किये गये हैं। सदर अस्पताल चाईबासा में नौ बेड का आइसीयू और नौ बेड का ही वैंटिलेटर वार्ड बुधवार से चालू कर दिया गया है। वहीं दो आइसीयू बेड टिस्को अस्पताल, नोवामुंडी में बनाये गये हैं। इसके अलावा कोरोना मरीजों को रखने के लिए 100 बेड का कोविड केयर यूनिट के तौर पर डीटीआई पाताहातु को फिर से खोल दिया गया है। सदर अस्पताल चाईबासा को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल (डीसीएच) बनाया गया है। पिछली बार रेलवे अस्पताल चक्रधरपुर को भी कोविड अस्पताल का दर्जा दिया गया था। इस बार जिला प्रशासन ने रेलवे अस्पताल चक्रधरपुर को डेडिकेटड कोविड हॉस्पिटल केयर (डीसीएचसी) बनाया है। यहां कोरोना मरीजों के लिए 10 बेड सुरक्षित रखे गये हैं। वर्तमान में जिले में 30 सक्रिय केस हैं।

कोरोना मरीजों के लिए कहां कितने बेड की सुविधा

1. सदर अस्पताल, चाईबासा - 9 बेड का आइसीयू व वेंटिलेटर युक्त 9 बेड

2. सेल अस्पताल, किरीबुरू - 10 बेड

3. सेल अस्पताल, गुवा - 10 बेड

4. टिस्को अस्पताल, नोवामुंडी - 40 बेड व 02 बेड का आइसीयू

5. सीएचसी सोनुवा - 10 बेड

6. सीएचसी मनोहरपुर - 10 बेड

7. सीएचसी मंझारी - 10 बेड

8. सीएचसी खूंटपानी - 10 बेड

9. रेलवे अस्पताल, चक्रधरपुर - 10 बेड

chat bot
आपका साथी