अकीदत व ऐहतेराम से मनी कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा

संवाद सूत्रसिमडेगाजिले भर में सोमवार को अकीदत व एहतेराम के साथ कुर्बानी का त्योहार ईद-उ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Aug 2019 09:09 PM (IST) Updated:Tue, 13 Aug 2019 06:35 AM (IST)
अकीदत व ऐहतेराम से मनी कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा
अकीदत व ऐहतेराम से मनी कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा

संवाद सूत्र,सिमडेगा:जिले भर में सोमवार को अकीदत व एहतेराम के साथ कुर्बानी का त्योहार ईद-उल-अजहा मनाया गया। इस दौरान सभी ईदगाहों में सुबह पूर्व निर्धारित समय पर ईद-उल-अजहा का 2 रकाअत वाजिब नमाज अदा की गई। शहर के ईदगाह में काफी संख्या में लोग नमाज में शिरकत की। इस दौरान जामा मस्जिद ठेठईटांगर में हाफिज मो. मोख्तार के द्वारा नमाज अदा कराई गई। इसके पहले उन्होंने मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ईद-उल-अजहा का त्योहार हमें अल्लाह के रजा के लिए उनके राह में कुर्बानी देने की संदेश देता है। उन्होंने बताया कि हजरत इब्राहिम अलै. से जब अल्लाह ताअला उसके सब्र का इम्तेहान लेने के लिए उनसे अपने बेटे को कुर्बान करने का मुताअला किया,जिसमें हजरत इब्राहिम अलै. खरे उतरे और अल्लाह के हुक्म के मुताबिक उन्होंने अपने आंखों पर पट्टी बांध कर अपने बेटे के गले में छुरा चला दिया, मगर अल्लाह के हुक्म से उनके बेटे हजरत इस्माईल अलै. के जगह पर फरिश्ते द्वारा दुंबा रख दिया जाता है और दुंबा की कुरबानी होती है। अल्लाह को यह वाकया इनता पसंद आया कि उम्मत ए मोहम्मदिया के लिए सुनन्त ए इब्राहिम को हर साहेब ए निशाब पर वाजिब करार कर दिया। उन्होंने कहा कि कुर्बानी दिए गए चीज (खस्सी) को 3 हिस्सों में बांटकर एक हिस्सा गरीबो में, दूसरा गरीब रिश्तेदार में और तीसरा हिस्सा खुद के लिए रखने की बात कही। साथ ही सभी लोगों से उन्होंने अल्लाह के बताए हुए राह पर चलने और आखिरत के तैयारी में जुट जाने की बात कही। इसके बाद दो रकाअत वाजिब नमाज अदा की गई। मौके पर काफी संख्या में लोग मौजूद थे। सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम जिले भर के ईदगाह के बाहर प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। इस दौरान शहर के ईदगाह के अलावा सभी प्रखंड में ईदगाह व मस्जिद के समीप पदाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ मौजूद थे। एसपी संजीव कुमार, थाना प्रभारी रवीन्द्र प्रसाद सिंह भी सिमडेगा ईदगाह में मौजूद रहे। वहीं ठेठईटांगर जामा मस्जिद के बाहर एसआई सत्येंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ उपस्थित थे। नमाज के उपरांत ईदगाह से बाहर आए लोगों से मिलकर सभी को ईद-उल-अजहा की बधाई दी। मरहुमिन को किया याद नमाज के उपरांत जहां एक ओर लोग अपने मरहुमिन की याद में कब्रगाह पहुंचकर उन्हें बख्शने का कार्य किया तो दूसरी ओर लोग अपने अपने घरों में खस्सी की कुरबानी दी।इस दौरान लोग हुजूम के शक्ल में घर-घर पहुंचे और ईद-उल-अजहा की बधाई देते हुए कुरबानी में शिरकत की। धर्मावलंबियों ने बांटे खैरात ठेठईटांगर: जामा मस्जिद में नमाज के उपरांत लोगों ने खैरात बांटे।इस दौरान नमाज के बाद ईदगाह से बाहर लोगों ने सड़क के दोनो छोर बैठे गरीब औरमिस्किन बच्चों को खैरात बांटे। साथ ही सेवाईंया खाने के लिए अपने-अपने घरों में दावत भी दी।

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